रायसेन। जिला पंचायत रायसेन में पदस्थ दो अधिकारियों के खिलाफ न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद थाना कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया था लेकिन 6 दिन का समय बीतने को है पर पुलिस छेड़छाड़ के आरोपी दो अफसरों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जबकि इस छेड़छाड़ के मामले के आरोपी जिला पंचायत के एडीशनल सीईओ राकेश गौतम जिला कलेक्टर रिटर्निंग आफिसर के कक्ष के समीप बने मीडिया निगरानी कक्ष में बिना किसी डर से सेवा दे रहे है।
उल्लेखनीय है कि जिला पंचायत में पदस्थ एक महिला कर्मचारी ने इन दोनों के खिलाफ छेड़छाड़ किए जाने की कई बार शिकायत की लेकिन शिकायत पर कार्रवाई सिफर रही है लेकिन महिला ने न्याय की उम्मीद नहीं छोड़ी और न्यायालय की शरण ली। जिसके बाद माननीय सीजीएम के आदेश के बाद पुलिस ने एडीशनल सीईओ राकेश गोतम, मनरेगा अधिकारी अजीत श्रीवास्तव पर एफआईआर तो दर्ज कर ली पर गिरफ्तारी का पूछने पर कोतवाली पुलिस अभी जांच की बात कर रही है।
कार्रवाई में दोहरापन:- दो अफसरों के खिलाफ महिला से छेड़छाड़ और उत्पीडऩ का मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस कार्रवाई में दोहरापन दिखाई दे रहा है। जबकि आम आदमी के खिलाफ मामला दजज़् हुआ होता तो पुलिस उसे गिर तार कर चुकी होती लेकिन इन दोनों अफसरों पर पुलिस मेहरबानी कहा जाए या फिर सत्ता मै इनकी पकड़ या फिर रसूख जो पुलिस जांच किए जाने की बात कह रही है जबकि उक्त मामला सीजेएम कोटज़् के आदेश के बाद दजज़् हुआ है। जबकि मामले के दोनों आरोपी जिला कलेक्ट्रट मै खुले आम घूम रहे हैं
इनका कहना है
मुझे एक दिन पहले ही इस मामले की फाइल दी गई है। फरियादी का कथन ले लिया गया है। संभवता शीघ्र गिर तारी की जाएंगी।
सुश्री तरूणा भारद्वाज
जांच अधिकारी पुलिस