भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस बची हुई 115 सीटों के लिए जिताऊ चेहरों का चयन कर रही है, लेकिन प्रदेश भर में पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की खुफिया टीम चप्पे-चप्पे पर तैनात होकर चुनावी घटनाक्रमों के पल-पल की रिपोर्टिंग कर इसकी जानकारी दिल्ली स्थित मुख्यालय को भेज रही है।
करीब एक महीने से यह टीम अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में जाकर मतदान केंद्रवार कई बिंदुओं पर जानकारी एकत्रित कर रही थी। मसलन, बूथ में भाजपा और कांग्रेस के प्रभावशाली लोग कौन हैं। उनके नाम और मोबाइल नंबर। विधानसभा में नए मतदाताओं के नाम जुड़वाने और फर्जी वोटरों के नाम कटवाने जैसे कार्यों को पूरा कर चुकी यह टीम अब नए मतदाताओं में कांग्रेस की विचारधारा के बीज बोने का काम कर रही है, ताकि चुनाव में इसका फायदा पार्टी को मिल सके।
दिल्ली की ओर से भोपाल मुख्यालय पर आल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से टी हरिकरण समन्वयक बनाए गए हैं जबकि पंकज खरबंदा उनके सहयोगी के तौर पर प्रदेश के विधानसभा क्षेत्रों की नियमित मॉनीटरिंग कर रहे हैं। राहुल गांधी की यह खुफिया टीम विशेष रूप से आदिवासी और दलित आरक्षित सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। तो कमजोर सीटों के रूप में चिन्हित 58 सीटों पर बारीकी से काम हो रहा है। दिवाली के कारण लोग घर चले गए, लेकिन सात नवंबर से टीम फिर क्षेत्रों में सक्रिय हो जाएगी।