भोपाल। अपने ही घर में हुई बगावत से परेशान कांतिलाल भूरिया हाईकमान का अल्टीमेटम मिलने के बाद आनन फानन झाबुआ पहुंचे, परंतु यहां वो बागियों को शांत कराने में बिफल रहे, मूलत: उनकी भतीजी ने चुनाव मैदान में डटे रहने का संकल्प दोहराया और भूरिया खाली हाथ लौट आए।
अपने गृह क्षेत्र में लगी कांग्रेस की अंदरूनी आग को थामने के लिए शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया हेलिकॉप्टर द्वारा शहर में आ गए। 21 नवंबर को अगराल में प्रस्तावित सोनिया गांधी की आमसभा के स्थल का निरीक्षण करते हुए श्री भूरिया ने पार्टीजनों को मैदान में डटे रहने का भी संदेश दिया।
जिले की तीन विधानसभा सीटों में से दो विधानसभा झाबुआ व थांदला में टिकट को लेकर मचे घमासान के बाद कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है।
उल्लेखनीय है कि तीनों सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा है। इस कब्जे को बरकरार रखने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हेलिकॉप्टर से गृहक्षेत्र में आ गए।
मिलते रहे समूह में
झाबुआ में महाविद्यालय के समीप रानापुर मार्ग पर जब श्री भूरिया का हेलिकॉप्टर उतरा तो वहां पहले से ही झाबुआ और आलीराजपुर के कांग्रेसी नेता उपस्थित थे। समूह में श्री भूरिया पार्टीजनों से एक-एक करके व्यक्तिगत स्तर पर चर्चा करते रहे। इसमें उन्होंने पार्टी के लिए सभी से एकजुट होकर मैदान में दमखम से लड़ने का आव्हान किया। कार्यकर्ताओं की व्यक्तिगत पीड़ा भी जानी और उन्हें आश्वासन दिए।
सोनिया आएंगी जिले में
प्रदेश कांग्रेस सचिव राजू भाटी ने बताया कि 21 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जिले में चुनाव प्रचार करने आ रही हैं। मेघनगर-थांदला मार्ग पर स्थित अगराल का चयन उनकी आमसभा के लिए किया गया है। श्री भूरिया ने सभा स्थल का निरीक्षण करते हुए सारी व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक निर्देश पार्टी पदाधिकारियों को दिए।
यहां भी राजनीतिक चर्चाएं
अगराल में भी थांदला, पेटलावद और यहां तक कि रतलाम ग्रामीण विधानसभा के प्रमुख कांग्रेसी नेता श्री भूरिया से मिलने आ पहुंचे थे। यहां भी लगभग दो घंटे तक श्री भूरिया पार्टीजनों से राजनीतिक चर्चाएं करते रहे।
स्थिति मजबूत है
हेलीपैड पर पत्रकारों से चर्चा में श्री भूरिया ने इस धारणा को गलत बताया कि टिकट वितरण के बाद कांग्रेस की संभावनाएं कम हुई हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की स्थिति अभी भी मजबूत है और प्रदेश में सरकार कांग्रेस की ही बनेगी।
प्रयास करेंगे
अपनी भतीजी व जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया के झाबुआ से निर्दलीय लड़ने पर भूरिया का कहना था कि प्रजातंत्र में सभी कार्यकर्ताओं को टिकट मांगने का अधिकार है। लेकिन टिकटों का फैसला हाईकमान द्वारा किया जाता है। सुश्री भूरिया को वे समझाने का प्रयास करेंगे। पार्टी में जगह-जगह सामूहिक त्यागपत्र के सवाल पर उनका कहना था कि भारत में सभी स्वतंत्र हैं, कोई कुछ भी निर्णय ले सकता है। तीन-चार दिनों में प्रदेश की स्थिति को संभाल लिया जाएगा।
नहीं मिले काका-भतीजी
भूरिया के इस दौरे में काका-भतीजी के बीच कोई मुलाकात नहीं हो पाई है। जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया ने बताया कि वे रानापुर क्षेत्र में थीं और उनसे श्री भूरिया की मुलाकात नहीं हुई है। राजनीतिक मुलाकात करने की कोई आवश्यकता भी नहीं थी, क्योंकि वे कांग्रेस पार्टी अपने समर्थकों के साथ पहले ही छोड़ चुकी हैं और अब निर्दलीय मैदान में हैं। वे हर हाल में निर्दलीय ही चुनाव लडेंगी।।