भोपाल। कांग्रेस में टिकट वितरण में अनियमितताओं एवं विरोध के गूंजते स्वर के बीच सिंगरौली जिले के देवसर ब्लॉक के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित सैकड़ों कांग्रेसियों ने इस्तीफा दे दिया है। वे इस बात से नाराज हैं कि देवसर विधानसभा क्षेत्र से ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया है, जो रिश्वतखोरी का अभियुक्त है।
देवसर से कांग्रेस ने डॉ. हरिलाल प्रजापति को टिकट दिया है, जिन्हें लोकायुक्त पुलिस ने 2 मार्च, 2013 को रिश्वत की मांग करते हुए टेप किया था और लोकायुक्त पुलिस 14 मार्च को अपराध पंजीबद्ध कर लिया। छेवसर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया को भेजे सामूहिक इस्तीफे में कहा है कि डॉ. प्रजापति और उनके परिवार का कोई भी सदस्य कांग्रेस का सदस्य नहीं रहा है।
सर्वेक्षण में भी केंद्रीय पर्यवेक्षक और अन्य रिपोर्ट में उन्हें टिकट दिए जाने का जिक्र नहीं था। इसके साथ ही डॉ. प्रजापति का आचरण खराब रहा है, जिसे क्षेत्र के सभी लोग जानते हैं। माढ़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थ रहते हुए लोकायुक्त ने 40 हजार रुपए की रिश्वत की मांग करने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। उन्होंने कहा है कि इलाके की जनता एवं कांग्रेसियों की अपेक्षा थी कि बंशमणि वर्मा को टिकट दिया जाएगा। मतदाताओं एवं कांग्रेसियों में प्रदेष कांग्रेस के निर्णय से आक्रोष एवं निराषा है, इसलिए सभी कांग्रेसी इस्तीफा दे रहे हैं।
रीवा संभाग के लोकायुक्त थाना में दर्ज प्रकरण के अनुसार बनौली गांव में दो पक्षों में हुई मारपीट में मेडिकल रिपोर्ट में हेरफेर के नाम पर डॉ. हरिलाल प्रजापति ने रिष्वत की मांग की थी। 16 मार्च को सभी स्थानीय मीडिया में यह खबर प्रकाषित भी हुई थी।