मंहगे हो गए स्टेट बार काउंसिल के चुनाव

इंदौर। बार काउंसिल ऑफ इंडिया की मप्र शाखा स्टेट बार काउंसिल के चुनाव महंगे हो गए। बार काउंसिल की साधारण सभा ने नामांकन फार्म के साथ जमा की जाने वाली सुरक्षा निधि (अमानत राशि) 10 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपए कर दी। चुनाव प्रक्रिया 2 दिसंबर से नामांकन फार्म जमा करने के साथ शुरू होगी। इंदौर में भी दावेदारों को लेकर हलचल बढ़ गई।

बार काउंसिल की साधारण सभा ने पूरे प्रदेश में मतदान की तिथि 7 जनवरी मुकम्मल की। मतगणना 20 जनवरी से होगी। साधारण सभा में तय किया गया कि चुनाव खर्च सुरक्षा निधि में से किया जाना चाहिए। इसलिए सुरक्षा निधि बढ़ाई जाए। स्टेट बार काउंसिल अध्यक्ष शिवेंद्र उपाध्याय ने भास्कर को चुनाव खर्च का बजट 20 लाख रुपए तय किया है। इसलिए सुरक्षा निधि बढ़ाई गई। अभी यह राशि 10 हजार रुपए थी जो बढ़ाकर 25 हजार कर दी गई। सुरक्षा निधि नामांकन के साथ जमा कराई जाती है जो नामांकन वापस लेने या पराजित होने पर लौटा दी जाती है। पराजित उम्मीदवार को निश्चित संख्या से कम वोट मिलने (जमानत जब्त होने) पर सुरक्षा निधि नहीं लौटाई जाती है। यही नियम इस बार भी लागू रहेगा।

फिर वह काहे का वकील
सुरक्षा निधि दोगुनी से ज्यादा बढ़ाए जाने के बारे में बार काउंसिल अध्यक्ष उपाध्याय का कहना है यदि वकील चुनाव लडऩे योग्य है तो 25 हजार की राशि 'यादा नहीं हो सकती। यदि वह इतनी राशि जमा नहीं कर सकता तो फिर काहे का वकील। वरिष्ठ अधिवक्ता चंपालाल यादव का भी कहना है बार काउंसिल में चाहे जो वकील खड़ा हो जाता है। सुरक्षा निधि बढ़ाने से इस पर अंकुश लगेगा।

तीन दिन जमा होंगे नामांकन फॉर्म
नामांकन फॉर्म 2,3,4 दिसंबर को जबलपुर मुख्यालय में जमा होंगे। 11 दिसंबर को नामांकन वापस लिए जाएंगे। 7 जनवरी को मतदान और 20 जनवरी से मतगणना शुरू होगी जो एक से डेढ़ माह चलेगी।

आचार संहिता लगाई
चुनाव आचार संहिता लगाई जाएगी। स्टेट बार काउंसिल अध्यक्ष के अनुसार प्रचार में पैम्फ्लेट, पोस्टर प्रतिबंधित रहेगा। केवल विजिटिंग कार्ड साइज के जैसा कार्ड छपवा सकते हैं। आचार संहिता का उल्लंघन करने पर उम्मीदवार का नाम हटाया जा सकेगा।

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