नई दिल्ली। क्या दिल्ली समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल प्रेम विवाह, ऑनर किलिंग के मुद्दे पर अपना नजरिया साफ करेंगे। क्या ये दल प्रेमी-प्रेमिकाओं की हिफाजत करे पाएंगे। समाज में सच्चे प्रेम की रक्षा के लिए कार्यरत संगठन लव कमांडो ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों से यह सवाल पूछा है।
लव कमांडो ने मतदाताओं से अपील की है कि वह उन्हीं दलों को वोट डाले जो समाज में प्रेम विवाह का समर्थन करते हो और ऑनर किलिंग का विरोध करते हो। लव कमांडो ने दिल्ली, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और मिजोरम के मतदाताओं से कहा है कि वे अपने इलाके में खड़े सभी उम्मीदवारों से पूछें कि प्रेम विवाह और ऑनर किलिंग के मुद्दे पर वे अपनी राय स्पष्ट करें।
संगठन के अध्यक्ष संजय सचदेव ने आज जारी एक बयान में कहा है कि छत्तीसगढ़ में जब राजनीतिक दलों से ये सवाल पूछा गया तो सबने चुप्पी साध ली। बयान में कहा गया है कि सभी दल अपने चुनावी घोषणापत्र में यह स्पष्ट करें कि उनकी इन ज्वलंत समस्याओं पर क्या राय है। क्या वे जाति-पाति और खाप पंचायतों का विरोध कर शादी करने वाले युवक-युवतियों की हिफाजत करेंगे।
सचदेव का कहना है कि ऐसी शादियां करने वाले प्रेमी जोड़ों को धमकियां दी जाती है। बयान मे कहा गया है कि अगर राजनीतिक दल अपनी राय इन मुद्दों पर नहीं देते हैं तो मतदान में नोटा का बटन दबाया जाए यानी किसी को भी वोट नहीं दिया जाए।