भोपाल। मध्यप्रदेश के तीन लाख संविदा शिक्षकों की ताकत पर नेता बने मुरलीधर पाटीदार अब सुसनेर विधानसभा से भाजपा का टिकिट मांग रहे हैं, इधर पाटीदार समाज में ही उनका विरोध चल रहा है। सुसनेर के पवन पाटीदार ने अपने ब्लॉग में उनकी कलई खोलने का काम किया है।
हम यहां पवन पाटीदार का लेख हूबहू प्रकाशित कर रहे हैं जो उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा, आप भी पढ़िए क्या हालचाल हैं सुसनेर के:-
भारतीय जनता पार्टी, सुसनेर विधानसभा क्षेत्र से अध्यापक संघ के अध्यक्ष मुरलीधर पाटीदार को पार्टी की तरफ से चुनाव में खड़ा करने पर विचार कर रही है | मुरलीधर पाटीदार मध्यप्रदेश अध्यापक संघ के अध्यक्ष है और वर्तमान में सरकारी पद पर आसीन है | वो सुसनेर विधानसभा क्षेत्र में निवास नहीं करते है|
वहा की जनता पहले ही पिछले विधानसभा चुनाव में क्षेत्र से बाहर के उम्मीद्वार को टिकट देने की वजह से नाखुश है, ऐसे मै पार्टी अगर फिर से किसी बाहरी व्यक्ति को टिकट देती है, जो जनसंघ से जुड़ा हुआ नहीं है और NSUI का पदाधिकारी रह चूका है (और जिनकी विचारधारा पार्टी की विचारधारा से मेल नहीं खाती है) , तो पार्टी के कार्यकर्ता इसे स्वीकार नहीं करेंगे और पार्टी वहा की हार के लिए स्वयं जिम्मेदार होगी| ज्ञात हो की २००४ के चुनाव से पहले २० साल तक वहा कोंग्रेस उम्मीद्वार ने ही अपनी जीत दर्ज की है |
ऐसे मै सन २००४ के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीद्वार श्री फूलचंद वेदिया ने २० साल बाद पहली बार रिकॉर्ड २२००० मतों से जीत हासिल की थी | सन २००९ के चुनाव में पार्टी द्वारा कार्यकर्ताओ की मांग नहीं मानने का नतीजा था की भारतीय जनता पार्टी की जीत का अंतर २२००० मतों से सीधे १०००० मतों पे आ गया | परन्तु अगर फिर से वही गलती की गई तो शायद ये अंतर समाप्त हो जायेगा और नतीजा पार्टी के हित में नहीं होगा | ऐसे में पार्टी को वहा के कार्यकर्ताओ की बात सुनना चाहिए और इस मामले में पुनर्विचार करना चाहिए|