भोपाल। भाजपा के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ नामांकन दाखिल करने वाले और अन्य असंतुष्ट नेताओं के आक्रामक तेवरों ने भाजपा नेतृत्व की चिंता बढ़ा दी है। संगठन अब डेमेज कंट्रोल में जुट गया है। इसके चलते शुक्रवार को अंनत कुमार भोपाल पहुंचे और इस मामले में प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सहित अन्य नेताआें के साथ बैठकर असंतुष्टों को मनाने की रणनीति बनाई।
इस मामले में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल भी शनिवार को भोपाल आ रहे हैं। पार्टी ने अब तक जो रणनीति बनाई है उसके तहत बागियों और असंतुष्टों को पहले चेतावनी दी जाएगी। फिर भी वे नहीं माने तो उनकी मान मनौव्वल की जाएगी। शुक्रवार को भाजपा में टिकट वितरण से पहले ही मौजूदा विधायकों और मंत्रियों को टिकट देने के खिलाफ कई नेताओं ने पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ बगावत करते हुए अपने परचे दाखिल दिए हैं। इन असंतुष्ट नेताओं ने प्रदेश भर में तीन दर्जन से अधिक सीटों पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया गया है। जिन असंतुष्टों ने परचे नहीं भरे हैं उनसे सेबोटेज की आशंका बढ़ गई है।
भाजपा ने इस खतरे को भापते हुए पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व को परेशानी में डाल दिया है। इसी चिंता के चलते राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी अनंत कुमार शुक्रवार शाम को इंदौर से दिल्ली जाने के लिए भोपाल पहुंचे। उन्होंने प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचकर प्रदेशाध्यक्ष तोमर,संगठन महामंत्री अरविंद मेनन और अन्य पदाधिकारियों के साथ डेमेज कंट्रोल सहित चुनावी तैयारियों पर चर्चा की।
सूत्रों ने बताया कि अब तक जो रणनीति बनाई गई है उसमें बागियों को चेतावनी देकर नामांकन पत्र वापस लेने के लिए दबाव डाला जाएगा। इसके बाद भी वे नहीं माने तो वरिष्ठ नेता उनकी विभिन्न तरीके से मान मनौव्वल की जाएगी। इधर, डेमेज कंट्रोल के लिए पाार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री रामलाल शनिवार को भोपाल आ रहे हैं। उन्होंने पार्टी के सभी बडे नेताओं की बैठक बुलाई है। सूत्रों ने बताया कि रामलाल इन नेताओं को अलग-अलग क्षेत्रों में भेजकर असंतुष्टों को मनाने की जिम्मेदारी सौपेंगे। इसके अलावा उन्हें डेमेज कंट्रोल के लिए टिप्स भी दिए जाएंगे।