व्यापम की तरह एमपीपीएससी मे भी भारी घोटाले हुए हैं। सहायक संचालक उद्धानिकी 2013 भर्ती, 7 पदों के लिए 1000 से अधिक आवेदन आने पर भी केवल साक्षात्कार के आधार पर नियुक्ति की गयी।
जबकि एमपीपीएससी के रुल ऑफ प्रोसीजर के अनुसार अगर कुल रिक्तियों के 5 गुने से अधिक अथवा 500 से अधिक आवेदन आने पर पहले लिखित परीक्षा होगी फिर साक्षात्कार होगा। इतना ही नहीं साक्षात्कार के लिए किसी भी प्रकार की सूचना वैबसाइट पर नहीं दी गयी, साक्षात्कार हेतु केवल डाक द्वारा बुलावा पत्र भेजे गए। इतना ही नहीं चयनित छात्रों की मेरिट सूची भी वैबसाइट पर नहीं डाली गयी है।
मेरी कृषि स्नातकोत्तर उद्यानिकी मे 80% थी , मेरी मित्र पूजा ढींगरोदिया की 83% थी और वो गोल्ड मेडल थी, हमे पता ही नहीं चला की भर्ती कब हो गयी।
Guna