2 वर्ष से लम्बित है संविदा शिक्षकों को अध्यापक बनाने का मामला

shailendra gupta
मंडला। राज्य अध्यापक संघ की जिला इकाई अध्यक्ष डी.के.सिंगौर ने संविदा शिक्षकों को अध्यापक बनाने में घोर लापरवाही का आरोप जिला प्रशासन पर लगाया है।

उन्हौने बताया कि जिले में सैकड़ो संविदा शिक्षकों ने 3 वर्ष की संविदा कालावधि पूर्ण कर ली है और और उन्हौनें वस्तुपरक मूंल्याकन प्रपत्र भी जमा कर दिया है लेकिन उनकी अध्यापक संवर्ग में नियुक्ति की कार्यवाही नहीं की जा रही है। संविदा वर्ग 3 की कार्यवाही सम्बंधित जनपद द्वारा एवं वर्ग 2 व 1 की कार्यवाही जिला पंचायत द्वारा की जाती है।

जिसका अनुमोदन सी.ई.ओ. जिला पंचायत से लेना पड़ता है। दोनों ही स्तर पर यह कार्यवाही लम्बे समय से लम्बित है विकासखण्ड बिछिया में लगभग 30संविदा षिक्षकों को 3 वर्ष की कालावधि पूर्ण किये हुये 2 वर्ष बीत चुके हैं लेकिन अभी तक अध्यापक बनाने की कार्यवाही नहीं की गई है। बीजाडाण्डी जनपद की फाइल कई बार सी.ई.ओ. जिला पंचायत द्वारा लौटा दी गई यही हाल मवई विकासखण्ड का भी है अकेले संविदा वर्ग 2 के  65  मामले स्वयं जिला पंचायत में अटके हुये है जबकि जनपदों के संविदा षिक्षकों के संविलियन की कार्यवाही कराने की जिम्मेदारी जिला पंचायत सी.ई.ओ. की है। इस सम्बंध में संघ ने कलेक्टर मण्डला से शिकायत का मन बना लिया है।

उल्लेखनीय है कि संविलियन की कार्यवाही न होने से संविदा षिक्षकों को अध्यापक संवर्ग का वेतन एवं अन्य लाभ नहीं मिल रहा है और न ही उनकी अंषदायी पेंषन की कटौती हो रही है। अंषदायी पेंषन कटौती का जो नुकसान हो रहा है तकनीकी कारणों से उसकी भरपाई भी नहीं की जा सकती हैं। एक सप्ताह के अंदर कार्यवाही नहीं होने पर संघ ने 27 जनवरी को भोपाल में मुख्यमंत्री से षिकायत करने का भी मन बना लिया हैं। राज्य अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष डी.के.सिंगौर ने संविलियन से वंचित सभी संविदा षिक्षकों को 22 जनवरी को सायं 4 बजे बंजर क्लब चैराहे में एकत्रित होने को कहा है।

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