भोपाल| मध्य प्रदेश में हजारों की पगार पाने वाले अफसरों और कर्मचारियों के करोड़पति होने का खुलासा होने का क्रम थम नहीं रहा है. गुरुवार को लोकायुक्त द्वारा इंदौर और उज्जैन में दो अफसरों के यहां मारे गए छापों में करोड़ों की संपत्ति होने का पता चला है।
लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की सुबह इंदौर में श्रम विभाग के उपायुक्त एलपी पाठक के नंदानगर स्थित आवास पर छापा मारा गया. इस छापे में उनके पास मकान, भूखंड के दस्तावेज सहित नकदी व आभूषण सहित संपत्ति का खुलासा हुआ है. छापे की कार्रवाई जारी है।
इंदौर के लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक उप श्रमायुक्त पाठक के तीन निवासों पर एक साथ छापे मारे. दो स्थान इंदौर के नंदानगर, ग्राम पिगडंबर राऊ एवं सिंगरौली के चंद्रवार पर लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार की सुबह छापा मार कर तलाशी की. डॉक्टर्स कॉलोनी स्थित निवास पर पाठक उपस्थित मिले.
लोकायुक्त के मुताबिक तलाशी में पाठक के आधिपत्य में अपोलो टाऊन कॉलोनी में 4,000 वर्गफीट का भूखंड, पिगडंबर राऊ में 2400 वर्गफीट के भूखंड पर दो मंजिला मकान, न्याय नगर इंदौर में एक भूखंड, बीसीएम हाईटस् इंदौर में एक फ्लैट, सेटेलाइट एन्क्लेव इंदौर में एक प्लॉट, एक अन्य कॉलोनी में प्लॉट, ग्राम देवसर जिला सिंगरौली में 4300 वर्गफीट का एक भूखंड, लगभग 40 एकड़ कृषि भूमि तथा बैंकों में जमा राशि लगभग 14 लाख रुपये के दस्तावेज मिले.
इसके साथ ही बीमा पॉलिसियों में 16 लाख रुपये निवेश, शेयर्स व बॉण्डस् दो लाख रुपये, बच्चों की शिक्षा पर व्यय 26 लाख रुपये, एक फोर्ड आईकॉन कार, दो स्कूटी, घरेलू सामान 21 लाख रुपये, स्वर्णाभूषण 525 ग्राम, चांदी के आभूषण 11 किलो, नकद राशि 1.70 लाख रुपये, पैतृक ग्राम चंद्रवार में व्यक्तिगत मंदिर निर्माण आदि पर कुल तीन करोड़ का व्यय करना पाया गया है.
पाठक प्रथम श्रेणी के अधिकारी हैं एवं इनका सेवाकाल लगभग 30 वर्ष का है. प्रकरण में विवेचना कार्रवाई जारी है.
इसी तरह उज्जैन में लोकायुक्त ने अंत्यावसायी विकास निगम के मुख्य कार्यपालन अधिकारी काशीराम रैकवार के आवास पर दबिश दी. उनके पास भी बड़ी मात्रा में अनुपातहीन संपत्ति का पता चला है. यहां भी छापे की कार्रवाई जारी है.