दिनेश भाटी। मप्र संविंदा शिक्षक वर्ग 3 की भर्ती परीक्षा में अभी भी अन्य पिछडा वर्ग के करीब 7000 -8000 ऐसे आवेदक ded धारी है और उनके पास पात्रता परीक्षा में 80-85 अंक है उनके पास मूल अंकसूची और सर्टिफिकेट होने पर भी गवरमेंट ने अन्य पिछडा वर्ग पद निरंक बताया है
करीब 36000 हजार पद होने के पर भी अन्य पिछडा वर्ग के साथ धोखा किया जा रहा है जहा स्कूल शिक्षा विभाग ये कह रहा है की ded डिग्री न होने से पदों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है यह कैसा अन्याय किया जा रहा है जहा mp ऑनलाइन पर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवा तो अभी भी करीब 27000 पद रिक्त होने के बावजूद हमे काउंसिलिंग से वंचित किया जा रहा है यहाँ कैसा अन्याय है क्या हमारी ded और टेट के 86 नंबर व्यर्थ जायेंगे अगर हमारे साथ न्याय नहीं मिला तो हम आन्दोलन अनसन आत्महत्या जैसी करवाई पर उतर आयेंगे।