भोपाल। नर्मदा आंदोलन के नेता आलोक अग्रवाल ने 'आप' को ज्वाइन कर खंडवा के युवा नेता और प्रदेश कांग्रेस के ताजा अध्यक्ष अरुण यादव के खिलाफ खम ठोक दिया है। अग्रवाल आगामी लोकसभा चुनाव में यादव को चुनौती देंगे।
'सिर मुढ़ाते ही ओले पड़े!' यह कहावत इन दिनों कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव पर बेहद सटीक बैठ रही है! कारण आंतरिक विरोध के चलते कांग्रेसी नेताओं का आप की ओर रुझान। यदि आंतरिक विरोध की बात करें, तो पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेर खान मंगलवार को बयान दे चुके हैं कि' 'ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के रहते मप्र मे कांग्रेस कभी खड़ी नहीं हो सकती।' उन्होंने अरुण यादव को इन तीनों से दूर रहने की सलाह दी।
इससे पहले कांग्रेस की तेजतर्रार नेत्री कल्पना परुलेकर ने बगावती तेवर दिखाते हुए यह तक कह दिया कि, 'मप्र कांग्रेस का अध्यक्ष अरुण यादव क्या कोई भी बन जाए, जब तक गद्दारों को सजा नहीं मिलती, पार्टी का भला होने से रहा।' यह मामला अभी राजनीतिक गलियारों में चर्चा से बाहर आ भी नहीं पाया था कि अब नर्मदा बचाओ आंदोलन के नेता आलोक अग्रवाल ने घाटी प्रभावित हजारों लोगों के संग आप की सदस्यता लेने का ऐलान किया है। उन्होंने खंडवा से अरुण यादव के खिलाफ लोकसभा चुनाव लडऩे की घोषणा की है। हालांकि मेधा पाटकर ने अभी तक आप में जाने और लोकसभा चुनाव लडऩे का कोई फैसला नहीं लिया है।