राकेश दुबे@प्रतिदिन। दिल्ली सरकार के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है| कानून मंत्री सोमनाथ भारती कानून किज्द में आ गये है| मंत्री होने के पहले वे माननीय न्यायालय के हिस्से होते थे, और अब न्यायालय में उन्हें एक दूसरी भूमिका में खड़ा होना पड़ेगा जो कानून मंत्री और वकील की भूमिका से इतर होगी|
यह सारा दांव-पेंच दिल्ली में “आआपा” सरकार की समर्थक कांग्रेस और प्रतिपक्ष भाजपा के है| भाजपा को दिल्ली की दोनों सरकार के साथ राजनीति करना है, परन्तु कांग्रेस की भूमिका तो साफ-साफ भयादोहन की है| दिल्ली में सत्तारूढ़ आआपा के धरने के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। संसद मार्ग थाने में धारा 144 का उल्लंघन, पुलिस से भिड़ंत और बिना अनुमति के लाउड स्पीकर के प्रयोग का मामला दर्ज़ हो चुका है वह भी नामजद|
मंगलवार दोपहर को धरना स्थल पर पत्थरबाज़ी के साथ पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया| महिलाओं के हित की बात करने वाले आआपा के लोगों ने महिला पत्रकारों के साथ भी बदतमीजी की गई|
दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती की दिक्कतें कम होती नजर नहीं आ रही है और मालवीय नगर के खिड़की एक्सटेंशन में रात को छापा मारने के मामले में उन पर इस्तीफे का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है|पंद्रह जनवरी की रात को खिड़की में रात को छापा मारने गए भारती को उस समय वहां मौजूद युगांडा की एक महिला ने पहचाना है। साकेत स्थित अदालत में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज बयान में महिला ने टेलीविजन और प्रिंट मीडिया की फुटेज देखने के बाद भारती की पहचान की है।
साकेत मजिस्ट्रेट की अदालत में दो महिलाओं ने बयान दर्ज कराये हैं। इनमें से एक युगांडा की है, जबकि दूसरी महिला की राष्ट्रीयता का अभी पता नहीं चल पाया है। युगांडा की महिला ने दर्ज कराये अपने बयान में कहा है कि बुधवारकी रात को भारती की अगुवाई में भारतीयों ने हम पर हमला किया। महिला ने कहा कि हमला करने वाले दावा कर रहे थे कि हम काले हैं और हमें देश छोड़ देना चाहिए। हमें प्रताड़ित किया गया, मारा गया।
दिल्ली महिला आयोग सोमनाथ भारती को चेतावनी दे ही चुका हा अब अदालत की बारी है| वकील और दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती की भी आवाज़ लगेगी “अदालत में हाजिर हों”|