भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस पिछले दो दिनों से राजस्थान के विधायकों की कारों में तांकझांक कर रही है। एक विशेष टीम विधानसभा के बाहर तैनात है और आने जाने वाले हर विधायक की गाड़ी की स्क्रीनिंग कर रही है।
दरअसल मध्यप्रदेश पुलिस वहां फरार चिटफंड माफिया बनवारीलाल कुशवाह को अरेस्ट करने पहुंची है जो धौलपुर से बीएसपी के टिकिट पर विधायक बन गया है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी और हत्या के मामले दर्ज हैं। तीन राज्यों की पुलिस उसे तलाश रही है। पुलिस उसे विधानसभा के बाहर से ही गिरफ्तार करने की फिराक में है।
विधायक बी.एल.कुशवाह भी पुलिस गिरफ्तारी से बचने के लिए इधर उधर भागते फिर रहे हैं। विधानसभा में पहले से तैनात पुलिस के चंगुल में फंसने से बचे रहने के चक्कर में वे विधानसभा नहीं पहुंचे। इसलिए आज भी ये विधायक शपथ लेने से वंचित रहे।
तो वहीं पहले दिन की तरह दूसरे दिन मंगलवार को भी पुलिस वांटेड विधायक बसपा विधायक बी.एल. कुशवाह को विधानसभा के बाहर कारों में तलाशती नजर आई। गौतरतलब है कि कुशवाह के खिलाफ छग, मप्र व राजस्थान में धोखाधड़ी व हत्या के मामले दर्ज हैं। पुलिस की उनको विधानसभा में घुसने से पहले गिरफ्तार करने की योजना थी। ग्वालियर के थाटीपुर थाने की टीम भी विधानसभा के बाहर मौजूद थी।
तीन राज्यों में दर्ज है मामले
कुशवाह के खिलाफ 3 जनवरी 2011 को छत्तीसगढ़ के बसाट स्थित नगर नार थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। बाद में कोर्ट ने विधायक की कंपनी गरिमा रियल एस्टेट एंड एलाइड के सभी मैनेजरों के खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश दिए। इसमें विधायक के भाई बाल किशन कुशवाह, शिवराम कुशवाह, पत्नी शोभारानी, कन्हैयालाल सहित अन्य को आरोपी बनाया। उधर, ग्वालियर के थाटीपुर थाने में विधायक एवं उसकी कंपनी के सभी मैनेजरों के खिलाफ 28 मई 2011 को मामला दर्ज हुआ। इस मामले में विधायक की गिरफ्तारी के लिए 4 जनवरी 2014 को ग्वालियर पुलिस ने धौलपुर में दबिश दी। उनके खिलाफ धौलपुर में दिसंबर 2013 में उनकी बहन के प्रेमी की हत्या का मामला दर्ज है।विधानसभा में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पश्चिमी गेट में भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया है।