राकेश दुबे@प्रतिदिन। दिल्ली के बाद महाराष्ट्र सरकार भी अपने नागरिकों को राहत देने जा रही है | मध्यप्रदेश के लोगों की अहर्निश चिंता का दावा करने वाले शिवराजसिंह खुद जवाब दे तो बेहतर है, वरना प्रदेश की जनता यह पूछने का हक रखती है उसने क्या गलती की है जो उसे सबसे महंगी बिजली और सबसे महंगे पेट्रोलियम पदार्थ खरीदने पड़ रहे हैं ?
दिल्ली की तर्ज पर अब महाराष्ट्र में भी बिजली सस्ती होगी। महाराष्ट्र कैबिनेट ने राज्य में बिजली सस्ती करने का फैसला लिया है। नारायाण राणे कमेटी की सिफारिशों को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। अब महाराष्ट्र में बिजली दरों में 15 से 20 फीसदी की कटौती की जाएगी। ये कटौती एग्रीकल्चर, इंडस्ट्री और घरेलू बिजली की दरों में की गई है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस सांसद संजय निरुपम और प्रिया दत्त ने महाराष्ट्र में अपनी ही सरकार के खिलाफ बिजली के दाम कम करने के लिए प्रदर्शन किया था।
मध्यप्रदेश में सरकार के खिलाफ सच कहने की हिम्मत न तो सत्ता पक्ष के विधायकों और सांसदों में है और न समझौता परस्त प्रतिपक्ष में| जनता के दर्द में रात को जागने का दावा करने वाले शिवराज सिंह को न तो पेट्रोल डीजल आईल खरीदना होता है न बिजली का बिल ही भरना होता है| मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष विधानसभा में प्रस्तुत आंकड़ों को नही पढ़ पा रहे हो तो किसी भी पेट्रोल पंप से या किसी बिजली के बिल का ब्रेक अप देखें | आप देश में सबसे ज्यादा कर वसूल रहे हैं|
इसे किसी प्रकार का गुप्त अजेंडा या चुनावी मुद्दा मत मानिये यह प्रदेश की जनता का कष्ट है| गुप्त अजेंडे और चुनावी मुद्दे आप दोनों को मुबारक जनता को राहत चाहिए|