भोपाल। देश भर में बिजली की कीमतें कम करने की होड़ लगी हुई है। कई राज्य पहले से ही बहुत सस्ती बिजली दे रहे हैं, तो महाराष्ट्र ने हाल में दरें घटा दीं लेकिन मध्यप्रदेश में इसका असर सिर्फ इतना दिखाई दिया कि यहां बिजली की दरें नहीं बढ़ाने का फैसला ले लिया गया।
ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि प्रदेश में बिजली की दरें नहीं बढ़ेंगी। साथ ही उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली मुहैया करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति श्री ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा भोपाल में अप्रैल, 2013 में अटल ज्योति अभियान के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आश्वस्त किया था कि प्रदेश में बिजली की दरें नहीं बढ़ेंगी। साथ ही उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली मुहैया करवाई जायेगी। श्री शुक्ल आज रीवा में ऊर्जा विभाग की परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि टीम भावना के साथ परियोजना के सभी कार्य समय-सीमा में पूरे किये जायें।
श्री शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार प्रदेश में बिजली की दरें न बढ़ें, इसके लिये परियोजना के सभी काम प्राथमिकता के आधार पर करवाये जाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे बिजली देने के अभियान को पूरा करवाने के बाद अब प्रोजेक्ट के सभी कार्य समय पर पूर्ण हो जाने पर बिजली की क्षति कम होगी और विद्युत दरों में बढ़ोत्तरी की कोई संभावना नहीं रहेगी, बल्कि इसे कम करने के प्रयास भी किये जायेंगे। साथ ही लाइन लॉस को रोकते हुए अधिक बिजली उत्पादन कर हम दूसरे राज्यों को भी बिजली देने की स्थिति में आ जायेंगे। श्री शुक्ल ने कहा कि कार्यों के आधार पर बिजली की दरें कम करने के चुनौतीपूर्ण कार्य को पूरा करना राज्य सरकार का उद्देश्य है।
ऊर्जा मंत्री ने फीडर सेपरेशन कार्य में गति लाने को कहा। श्री शुक्ल ने कहा कि जिन ग्रामीण क्षेत्र में कृषि से जुड़े फीडर रात्रि में बंद होने से घरों की बिजली चली जाती है, उन्हें परीक्षा के मद्देनजर मुक्त रखें। आरएपीडीआरपी योजना के सब-स्टेशनों के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करते हुए केबल की उपलब्धता के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने सीधी तथा सिंगरौली में इस योजना से हुए अच्छे कार्य की प्रशंसा भी की।
श्री शुक्ल ने राजीव गाँधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना की समीक्षा करते हुए धीमी प्रगति वाली कम्पनियों से कार्य में गति लाने के निर्देश देते हुए कहा कि विभागीय अधिकारी समन्वय बनाकर शीघ्र कार्य पूरा करें। उन्होंने आगामी जून माह तक सभी कार्य पूरे करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक माह इसकी समीक्षा भी की जायेगी।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री को अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया कि संभाग में सभी विभागीय परियोजनाओं के कार्य गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूरे कर लिये जायेंगे।