भोपाल। नोएडा में राजपूत प्रॉपर्टी डवलपर्स का भांडाफोड़ हुआ है। उसने लोगों को जमीन दिखाकर फ्लेट की बुकिंग की, पैसे लिए, एग्रीमेंट किया परंतु जब पजेशन की बात आई तो बिल्डर ही गायब हो गया।
निवेशकों ने रविवार को बिल्डर के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया है परंतु पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया है परंतु इस मामले में पीड़ित निवेशकों को कोई राहत नहीं मिलने वाली। हो सकता है पुलिस फ्रॉड को अरेस्ट भी कर ले परंतु इससे क्या लाभ। पैसा तो फंस ही गया है, पता नहीं कब तक मामला चलेगा और कब डिसीजन होगा। करोड़ों का खेल है, आरोपी बिल्डर न्यायालयीन प्रक्रिया में सालों साल मामले को उलझाए रखेगा।
भोपाल में भी ऐसे ही किसी घोटाले की नींव रख दी गई है। यहां भी कुछ बिल्डर्स जमीन दिखाकर तीन साल बाद प्रोजेक्ट की डिलेवरी देने की बात कर रहे हैं। पैसे ले रहे हैं, एग्रीमेंट भी कर रहे हैं परंतु सवाल यह उठता है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि 500 फ्लेट वाले प्रोजेक्ट में 1000 बुकिंग की जा रहीं हों और बाद में पैसा लेकर कंपनी फरार हो जाए।
मामला बहुत संगीन है और बीच बाजार चल रहा है। इसकी इसी समय पड़ताल किए जाने की जरूरत है, सांप निकलजाने के बाद लकीर पीटने से कुछ नहीं होगा।