भोपाल। महिला कांग्रेस की दो नेत्रियों के बीच अभी तक चल रही बहस अब खुली जंग में तब्दील हो गई है। सोमवार को पत्रकारों से चर्चा में शोभा से जब यह पूछा गया कि प्रदेश महिला कांग्रेस को नया अध्यक्ष कब मिलेगा,तो वे बोलीं पांच फरवरी तक।
इस बात से नाराज अर्चना ने शोभा के इस बयान को अनुशासन के विपरीत ठहराते हुए कहा कि यदि शोभा के हाथ में हो तो वे मुझे हटाकर बताएं। यह बात उन्होने फोन पर चर्चा में कही है। पीसीसी मुख्यालय में पत्रकारों से जब शोभा चर्चा कर रहीं थीं,उस वक्त अर्चना भी मौजूद थीं। लेकिन वहां वे मन मसोसकर रह गर्इं और जब फोन पर उनसे इस बारे में प्रतिक्रिया ली गई तो अर्चना ने शोभा पर सीधा हमला बोला।
उन्होने कहा कि संगठन की बात पार्टी फोरम पर होनी चाहिए और बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। इस बारे में जब शोभा ओझा से उनकी राय ली गई तो उन्होने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते मैंने कई राज्यों में सांगठनिक बदलाव की बात कही है,जो एक स्वाभाविक प्रक्रिया है,इसलिए कोई क्या समझ रहा है,इस पर मुझे कुछ नहीं कहना। करीब पांच महीने पूर्व हाईकमान ने इंदौर की शोभा ओझा को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया।
जिसके बाद शोभा ने प्रदेश महिला कांग्रेस के लिए मांडवी चौहान को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। शोभा ने ऐसा इसलिए किया था,क्योंकि अर्चना इंदौर क्रमांक पांच से विधानसभा चुनाव लड़ना चाह रही थीं। लेकिन टिकट नहीं मिल पाई। इस लिहाज से यह निर्णय वाजिब था। लेकिन यह बात प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल को नागवार गुजर रही है।