भोपाल। लौट के कांग्रेस में आए दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह की प्रस्तावित 'मध्यप्रदेश बचाएं यात्रा' पर कटाक्ष करते हुए भाजपा के प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने कहा है कि पहले कांग्रेस तो बचा लो फिर मध्यप्रदेश का भी ध्यान कर लेना।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा. दीपक विजयवर्गीय ने कांग्रेस उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि गंभीर मुद्दो पर हल्की-फुल्की चर्चा करके कांग्रेस अपनी उथली मानसिकता का सबूत देती है। आओं बचाएं मध्यप्रदेश यात्रा निकालने के पहले कांग्रेस को खुद अपनी पार्टी और संगठन के वजूद को सलामत रखने की चिंता करनी चाहिए। क्योंकि अन्तर्कलह में डूबी कांग्रेस को बाहरी दुश्मन की आवश्यकता नहीं रही है। अंदरूनी संघर्ष में व्यस्त कांग्रेसी मध्यप्रदेश में तीसरी बार शर्मनाक पराजय के बाद भी कांग्रेस की बिगड़ती सेहत का मर्ज नहीं समझ पा रहे है और अपनी ढपली-अपना राग आलाप कर अच्छी बातों को सुनने का साहस नहीं जुटा पा रहे है।
डा. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस बचाओ मध्यप्रदेश यात्रा निकालकर आखिल क्या करना चाहती है। उसने 10 वर्षो के शासन में सड़कों को गढ़ढो में तब्दील कर दिया था। जनता को बिजली कटौती का उपहार देकर चिमनी युग में पहुंचा दिया था। लक्ष्मण सिंह को याद होगा कि उनके मुख्यमंत्री का दावा था कि चुनाव विकास से नहीं तिकड़मों से जीते जाते है, उन्होनें तिकड़मे की। गांवो में अगड़ो और पिछड़ों में यादवी संघर्ष छेड़ दिया, जिससे कई गांवो पर सामूहिक जुर्माना तक थोपा गया।
उन्होनें अनुसूचित जाति के उद्धार के लिए सम्मेलन बुलाकर प्रस्ताव पारित कराया कि अनुसूचित जाति का उद्धार हिन्दुत्व के अंचल में बने रहने में नहीं है। लक्ष्मण सिंह को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्हें गांवो में चैबीस घंटे बिजली, जीरों प्रतिषत ब्याज पर कर्ज, समर्थन मूल्य पर 150 रू. बोनस रास नहीं आ रहा है ?