भोपाल। ग्वालियर से संचालित हो रहे फर्जी संस्थान मध्यभारत शिक्षा बोर्ड के खिलाफ उत्तरप्रदेश के बागपत में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। कुल 2 फर्जी शिक्षा बोर्ड का संचालन किया जा रहा था जहां से बाकायदा स्कूलों को मान्यता एवं मार्कशीट भी जारी की जा रहीं हैं। इसका पूरा कंट्रोल यूपी से हो रहा था।
भोपाल समाचार को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के अनुसार बागपत क्राइम ब्रांच ने फर्जी शिक्षा बोर्ड का संचालन करने के आरोप में गिरफ्तार 13 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी है। चार्जशीट समेत 250 अभिलेखों में जेल में बंद लोगों पर आरोप तय किए गए हैं, जिससे अदालत में उन्हें सजा मिल सके।
क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर राजेश सिंह ने बताया कि दोघट थाना क्षेत्र के विनय की शिकायत पर एसटीएफ और क्राइम ब्रांच ने 19 अक्टूबर-2013 को 17 लोगों के खिलाफ दोघट थाने में मुकदमा कायम कराया था। एसटीएफ ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर दो फर्जी शिक्षा बोर्ड का खुलासा किया था।
डा. गंगादयाल शाक्य बोर्ड आफ सेकेंडरी एजूकेशन माध्यमिक शिक्षा परिषद मध्य भारत, ग्वालियर और डा. महेश चंद बोर्ड आफ सेकेंडरी एजूकेशन मध्य भारत, ग्वालियर के नाम से फर्जी शिक्षा बोर्ड चला रहे थे। दोनों गिरोह यूपी, हरियाणा, तमिलनाडू, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, पंजाब, झारखंड, आसाम, मध्यप्रदेश समेत 22 राज्यों में कक्षा 10 व 12 के स्कूलों को मान्यता देकर फर्जी अंकतालिका बांट रहे थे।
एसटीएफ को यह सफलता गाजियाबाद, कासगंज, संभल में बोर्ड के खोले गए सब-आफिसों में छापा मारने के बाद मिली थी। यहां से भारी मात्रा में प्रमाण पत्र, कम्प्यूटर, मशीन, मोहर, अवैध असलाह, नगदी आदि बरामद हुई थी। राजेश सिंह ने बताया कि वर्ष 2002 से सक्रिय दोनों गिरोह ने लाखों छात्र-छात्राओं को शैक्षिक प्रमाण पत्र बांटे, जिनमें से हजारों रेलवे, बैंक, पुलिस और सेना में भर्ती हो गए। एक आरोपी विनय शर्मा ने बाद में देहरादून की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। गिरफ्तार 13 लोगों के खिलाफ गुरुवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
गंगादयाल को लाया गया पेशी पर
इंस्पेक्टर राजेश सिंह ने बताया कि बोर्ड आफ सेकेंडरी एजूकेशन माध्यमिक शिक्षा परिषद मध्य भारत, ग्वालियर के चेयरमैन डा. गंगा दयाल के खिलाफ पिछले साल ही फर्जीवाड़ा करने पर हरियाणा में मुकदमा कायम हुआ था। गुरुवार को इसी मामले में हरियाणा पुलिस डा. गंगादयाल को अदालत में पेशी पर लेकर आई थी।