खंडवा। गांव की समस्याओं को लेकर बार-बार आवेदनों के बाद भी जब प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो ग्रामीणों ने आर-पार की लड़ाई लड़ने की ठान ली। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के रोहणी गांव के सभी ग्रामीण सामूहिक भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। सोमवार को उनकी भूख हड़ताल का दूसरा दिन था।
मामला खंडवा से 24 किमी दूर स्थित रोहणी गांव का है। समस्याओं से त्रस्त ग्रामीणों की बात जब किसी भी स्तर पर नहीं सुनी गई, तो पूरा गांव भूख हड़ताल पर बैठ गया। हड़ताल में शामिल 6 ग्रामीण जहां आमरण अनशन कर रहे हैं, वहीं 300 ग्रामीण क्रमिक हड़ताल में साथ दे रहे हैं। सोमवार को जनपद सीईओ एचएल वर्मा गांव पहुंचे और ग्रामीणों को उनकी मांग पूरी करने आश्वासन दिया। हालांकि ग्रामीणों ने उन्हें खाली हाथ लौटा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन जब तक सभी मांगें पूरी नहीं कर देता, तब तक हड़ताल खत्म नहीं होगी।
एक की तबीयत बिगड़ी
भूख हड़ताल में शामिल ओमप्रकाश दरियाव की सोमवार को तबीयत बिगड़ गई। सूचना पर मूंदी बीएमओ गगन दिलावरे मौके पर पहंुचे और अन्य हड़तालियों के स्वास्थ्य की जांच की। ओमप्रकाश की जगह गांव के बच्चू सिंह आमरण अनशन में शामिल हो गए।
यह हैं प्रमुख मांगें
पीने का पानी उपलब्ध कराया जाए।
पात्र परिवारों को बीपीएल में शामिल करें।
विधवा पेंशन के हितग्रहियों को लाभ मिले।
गांव में बने 10 बांधों की गुणवत्ता की जांच हो।
मध्याह्न भोजन, इंदिरा आवास की जांच हो।
दूर करेंगे समस्याएं
हड़ताल कर रहे ग्रामीणों ने 13 मांगों का ज्ञापन सौंपा है। जल्द ही इन मांगों को पूरा किया जाएगा।
एचएल वर्मा, सीईओ जपं, खंडवा