भोपाल। NRHM अन्तर्गत डाटा इन्ट्री आपरेटरों की भर्ती हेतु एमपी आनलाईन द्वारा अक्टूबर में आनलाईन परीक्षा ली गई थी परन्तु जाने किस कारण वह परीक्षा निरस्त कर 18 जनवरी को पुनः आयोजित करवायी गई।
हजारों परीक्षार्थी पिछले 3 महीने से परीक्षा परिणाम के इंतजार में है मगर अचानक परीक्षा निरस्त कर पुनः परीक्षा करवाने से परीक्षार्थी भौचक्के हैं। बहुत से परीक्षार्थियों को तो दुबारा परीक्षा की खबर तक नही लगी। अगर परीक्षा हेतु आवेदन एवं अक्टूबर तथा जनवरी में सम्मिलित परीक्षार्थियों की संख्या के आंकड़े देखें जाएं तो व्यापम के बाद मध्यप्रदेश में परीक्षा के नाम पर एक नये घोटाले की भनक मिल सकती है। उक्त परीक्षा का लाभ स्थानीय परीक्षार्थियों को तो मिलेगा चाहे जितनी बार परीक्षा करवा ली जाए लेकिन जो परीक्षार्थी 200 से लेकर 500 किलोमीटर दूर के रहने वाले हैं वे एमपी आनलाईन के उक्त फैसले की वजह से प्रभावित हुए हैं।
एम.पी. आनलाईन आवेदन के समय परीक्षा शहर हेतु च्वाईस फिलिंग के बाद भी अधिकांश आवेदकों को मनमाने ढंग से परीक्षा शहर आवंटित किया गया है जबकि च्वाईस फिलिंग में 3 शहर के नाम देने थे फिर भी आवेदकों की प्राथमिकता का ध्यान नही रखा गया। अक्टूबर माह में आयोजित परीक्षा में भी उक्त कारण से हजारों परीक्षा ट्रेन एवं बस में धक्के खाते, रात्रि जागरण कर परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचे थे, एक बार फिर उन्ही पर परेशानी को बोझ डाल दिया गया। अगर आवेदक आर्थिक रूप से सक्षम एवं समर्थ होते तो वे संविदा पद के लिए आवेदन ही क्यों करते। जाहिर है मध्यप्रदेष में बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ करने की एक परम्परा बन गई है।