Sarvodaya Hospital Gwalior ने पैसों के लिए लाश को जिंदा बताया

shailendra gupta
ग्वालियर। पहले कहते थे डाक्टर भगवान का दूसरा रूप होता है लेकिन अब कहना उचित होगा कि डाक्टर शैतान का दूसरा रूप होता है। सर्वोदय अस्पताल के ताजा मामले ने यह साबित भी कर दिया है। सिर्फ पैसा बनाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने एक लाश को वेंटीलेटर पर रखा और उसे जिंदा बताते रहे।

अस्पताल संचालकों के खिलाफ आक्रोशित नागरिकों ने जाम लगाया एवं खुला प्रदर्शन किया। जब प्रदर्शन उग्र होने लगा तो अस्पताल संचालक ने पीड़ितों को पैसे वापस कर दिए।


मामला सर्वोदय अस्पताल का है। यहां सिंधिया नगर निवासी सोमपाल को भर्ती कराया गया था। जिसे बाद में मृत घोषित कर दिया गया। पीएम के दौरान पता चला कि सोमपाल की मौत तो 2 दिन पहले ही हो गई थी। तब लोगों को समझ आया कि अस्पताल प्रबंधन ने केवल मोटी रकम बनाने के लिए लाश को वेंटीलेटर पर रखा।

गुस्साई भीड़ ने चक्काजाम कर डाला। मामला बिगड़ते देख घबराए सर्वोदय अस्पताल के संचालक प्रशांत लहारिया ने पीडितों को पैसे वापस कर दिए। इसी के साथ यह मामला फिलहाल तो थम गया परंतु देखना यह है कि अब प्रशासन क्या करता है। क्या ऐसे अस्पताल का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।

कुंआरों के नाम से पहचाना जाता है ग्राम खड़ौआ
डबरा। भितरवार के पास स्थित ग्राम खड़ौआ में सुविधाओं के नाम पर आवागमन का रास्ता न होने पीने का पानी और बिजली न होने से इस क्षेत्र के लोग खड़ौआ ग्राम पंचायत के रमजीपुर, जनकपुर, कमलपुरा, सकतपुरा, चर्रौली, में बेटियों के रिश्ते करने को तैयार नहीं, जिससे उस क्षेत्र में 52 साल के कुंआरे बैठे हैं। साढ़े चार हजार की आबादी में करीब 256 कुंआरे बैठे हुये हैं। यही हालत लड़कियों की शादी में भी होती है, जहां भी रिश्ते के लिये जाते हैं, मूलभूत सुविधाओं के अभाव में लड़के वाले उक्त गांव में रिश्ता करने को तैयार नहीं होते। कई लड़कियां भी इस कारण बड़ी उम्र की हो गई हैं। बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य के अभाव करीब आधा दर्जन अविवाहितों की मौत हो चुकी है। जिनकी शादी भूले भटके हो भी जाती है, उनकी बहुयें ससुराल में न रहना पसंद कर पतियों लेकर सास, ससुर को अकेला छोड़कर दूसरी जगहों पर बस जाती हैं। अंगूरीबाई, सरदार सिंह रावत सरपंच ग्राम पंचायत खड़ौआ का कहना है कि प्रमुख समस्याओं के कारण युवक युवतियों के रिश्तों में बाधा आती है। सरपंच का सबाल था कि आखिर हमारे गांव की तस्वीर कब बदलेगी। लड़के-लड़कियों की शादी कब होगी ? वहीं शिवानी जैन सीईओ जनपद पंचायत भितरवार का कहना था कि संबंधित विभागों से सम्पर्क कर गांव के लिये कार्य शुरू कराने का प्रयास करूंगी। नल जल योजना शुरू कराने का प्रयास किया जायेगा। गांव में मनरेगा के तहत काम चल रहा है।

ईश्वर से नाता जोड़ बिताएं सुखी जीवन: निरंकारी बाबा हरदेवसिंह
ग्वालियर। निरंकारी संत मिशन के प्रमुख बाबा हरदेव सिंह ने फूलबाग मैदान पर निरंकारी संत समागम को सम्बोधित करते हुये कहा कि ईश्वर से नाता सदगुरू के माध्यम से जोड़कर सुखी जीवन हम बिता सकते हैं। सत्य अविनाशी और वही पूरे संसार का पालनहार है। समझदार होकर भी इंसान नासमझी दिखा रहा है, दुनियावी ताकत, अपार धन दौलत तो संसार में कई देशों में कइयों के पास है, लेकिन वहां इंसानों में नफरत भरी है। एक कुटिया में रहकर जो भक्त फैसले लेता वह और कोई नही ले सकता भक्ति सदैव के लिये होती है। बाबा हरदेवसिंह ने कहा कि लोगों से मधुरवाणी में बात करें, इससे जीवन में मिठास आयेगी। जीवन में संस्कार संस्कृति, सभ्यता का होना जरूरी है तभी आगे बढ़ सकते हैं। बाबा जी ने कहा कि कश्मीर में प्राकृतिक सौन्दर्य अनुपम है, इसलिये उसे जन्नत कहते है, लेकिन जव वहां लहू बहता है तो ध्यान पीड़ा की ओर जाता है न कि सौन्दर्य की ओर। ऐसा इसलिए हो रहा कि लोगों में एक दूसरे के प्रति नफरत भरी है। ईश्वर ने सबसे अधिक समझदारी इंसानों को दी है, लेकिन यही इंसान सबसे अधिक नासमझी दिखा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री ने पिलाई पोलियो की दवा
डबरा। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने डबरा एवं दतिया में पल्स पोलियो अभियान के तहत जिंदगी की दो बूंद पोलियो की दवा पिलाई। गन्ना विकास कार्यालय डबरा में बनाये गये बूथ में नन्हे मुन्ने बच्चों को पोलिया रोधी दवा पिलाकर इस अभियान का शुभारम्भ किया। स्वास्थ्य मंत्री ने दतिया पहुंचकर विभिन्न बूथों पर बच्चों को दवा पिलाई।

कलेक्टर, एसपी, निगम आयुक्त ने किया निरीक्षण
ग्वालियर। कलेक्टर पी नरहरि एवं एसपी संतोष कुमार सिंह व नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा ने शहर की समस्याओं का जायजा लेते हुये। यातायात व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिये व जरूरत अनुसार सड़क का विस्तारीकरण के निर्देश दिये। मोटल तानसेन, माधव नगर गेट एवं जेसी मिल कन्या महाविद्यालय का निरीक्षण कर अव्यवस्थाओं को दूर करने के निर्देश दिये। टैªफिक जाम और बत्ती बंद तथा सुन्दरता बिगाड़ने वाले हाॅर्डिंग्स के बारे में भी निर्देश दिये।

न्यायमूर्ति बीके दुबे का विदाई समारोह
ग्वालियर। न्यायमूर्ति बीके दुबे ने सेवा निवृति पर अधिवक्ताओं द्वारा आयोजित समारोह में सम्बोधित करते हुये कहा कि अपने सामथ्र्य पर न्यायिक दान का कार्य ईश्वर की इच्छा समझकर किया। न्यायिक प्रक्रिया में 34 साल की सेवा में अधिवक्ताओं का भरपूर सहयोग रहा। न्यायमूर्ति दुबे अधिवक्ताओं में अपनी सरलता व सहजता के लिये लोकप्रिय बताये जाते हैं, इससे पूर्व उच्च न्यायालय बार एसोसियेशन द्वारा आयोजित विदाई समारोह में ग्वालियर खण्डपीठ के प्रशासनिक न्यायाधिपति एसके गंगेले ने कहा कि विनम्रता व सहृदयता न्याय मूर्ति दुबे के स्वभाव का हिस्सा है। एसोसियेशन के अध्यक्ष जयप्रकाश मिश्रा ने कहा कि न्यायमूर्ति दुबे ने समझौते के आधार पर सैकड़ों मुकदमों के निस्तारण पर बल दिया। जिससे अनावश्यक मुकदमे कम हुये। सचिव जितेन्द्र शर्मा ने कहा कि विनम्रता व व्यवहार से बैंच व बार के सम्बंध अच्छे रहे। इस दौरान न्यायमूर्ति शील नागू, न्यायमूर्ति बीडी राठी, न्यायमूर्ति एमके मुदगल व न्यायमूर्ति डीके पालीवाल व वरिष्ठ अधिवक्ता श्यामविहारी मिश्रा आदि उपस्थित थे।

पहाड़ी से अतिक्रमण हटाने पर होंगे एक लाख बेघर
ग्वालियर। शहर की शिवनगर, सत्यनारायण की पहाड़ी सहित अन्य काॅलौनियों पर भूमाफिया सांठगांठ कर ग्रीन वेल्ट में शामिल करवाकर यहां के लोगों को बेदखल करना चाहते हैं। यहां से अतिक्रमण हटाने पर एक लाख लोग बेघर होंगे। लोगों के हित को देखते हुये। यहां से अतिक्रमण न हटाया जाये। कलेक्टर पी नरहरि के पास पहुंचे दर्जनों क्षेत्र वासियों ने कलेक्टर को अवगत कराया कि ये काॅलौनियां 60 वर्ष पुरानी हैं और सालों से लोग यहां रहकर नगर निगम को टैक्स दे रहे हैं। नगर निगम ने सीवर सड़कें आदि बनाई हैं, ऐसे में ये काॅलौनियां अवैध कैसे हो सकती हैं, कुछ माफियाओं की नजर यहां की कीमती जमींन पर है जो इसे ग्रीन वेल्ट में शामिल कराना चाहते हैं, जबकि प्रदेश सरकार इन गरीब लोगों को पट्टा एवं मालिकाना हक देना चाहती है। सुप्रीम कोर्ट ने 1992 से पूर्व बसे हुये लोगों को न हटाये जाने का आदेश दिया था। यहां गरीब वर्ग के लोग रहते हैं, सन् 1965-66 से बिजली, पानी की सुविधा है तभी से लोग हाउस टैक्स जमा करते हैं वर्ष 1984-85 व 2000 में शासन द्वारा सैकड़ों लोगांे को पट्टे दिये गये हैं, बस्ती में कई लोगों के पास रजिस्ट्रीयां व मालिकाना हक है, मुख्यमंत्री ने भी घोषणा की है कि जो व्यक्ति जहां बसा है वह वहां का मालिक है। कलेक्टर ने बड़े ध्यान से सबकी बातें सुनीं।

दहेज के लिए देवर ने भाभी को जिंदा जलाया
ग्वालियर। मुरैना पोरसा थाना क्षेत्र में ग्राम बड़ी की तोर में दहेज के लिये देवर शत्रुघन ने महिला भूरी बाई को उसके पति सतेन्द्र के साथ मिलकर मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जलाने के लिये आग लगा दी। महिला 40 प्रतिशत तक जल गई, महिला के पिता दिलीप सिंह सिकरवार व भाई प्रदीप सिकरवार इस घटना से पूर्व समझाने के लिये, महिला की सूचना पर घर आये थे, उनकी मारपीट कर दी गई, वे रिपोर्ट करने गये, इस पीछे से महिला को जला दिया गया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

उत्तर प्रदेश की 600 बोरी धान जप्त
ग्वालियर। भितरवार अंचल में व डबरा अंचल में कुछ व्यापारियों द्वारा उत्तर प्रदेश की धान खरीदी केन्द्रों पर सांठगांठ से तौलने की शिकायत पर भितरवार एसडीएम के निर्देशन में तहसीलदार ने 600 बोरी धान उत्तर प्रदेश की जप्त कर ली। इससे पूर्व डबरा में भी 8 ट्रक धान वेनामी उत्तर प्रदेश की पकड़ी गई थी। जिस पर मंडी टैक्स लेकर छोड़ दिया गया।

चोर ने विरोध कर रही छात्रा को किया लहूलुहान
ग्वालियर। हजीरा की कालौनी नं. 2 में वन विभाग रेंजर किशनसिंह भदौरिया के घर में दिन में 11ः30 पर छत पर छुपे एक युवक को देखकर कपड़े डालने गई, इनकी बेटी मधुलिका उर्फ मिन्नी 21 वर्ष जो सीए की छात्रा है ने शोर मचाया तो उस युवक ने तार से गला घोंटना चाहा इस पर छात्रा ने कांच का टुकड़ा उठाकर युवक के सिर पर मारा तो युवक ने कांच की पट्टी वहीं से उठाकर मिन्नी के पेट में घुसेड़ दी। फिर भी हिम्मत न हारकर उसने युवक को दबोचने की कोशिश की लेकिन वह युवक छतों से होते हुये भाग निकला। मिन्नी को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसके हालत खतरे से बाहर है। 

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