भोपाल। अप्रैल महीने की 8 तारीख से माइक्रोसॉफ्ट एक बड़ा फैसला लेने जा रही है। वह विंडोज एक्सपी से जुड़ी सारी टेक्नीकल सेवाएं खत्म कर देगी।
माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि अगर इसके बाद भी कोई विंडोज एक्सपी का इस्तेमाल करता है तो कंप्यूटर पर वायरस अटैक और अन्य सिक्योरिटी रिस्क बढ़ जाएगा. विंडोज एक्सपी माइक्रोसॉफ्ट की सबसे पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम में से एक है.
हालांकि इस बदलाव की राह आसान नहीं होने वाली क्योंकि सरकारी, निजी कंपनियां और बहुत से ऑफिस अभी तक विंडोज एक्सपी पर काम कर रहे हैं. बहुत से बैंको के एटीएम मशीन में भी विंडोज एक्सपी ऑपरेटिंग सिस्टम के तौर पर काम कर रहा है.
कंपनी ग्राहकों को सलाह दे रही है कि वो अपग्रेड कर विंडोज के लेटेस्ट वर्जन का इस्तेमाल करें. माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज एक्सपी को 12 साल पहले बाजार में उतारा था. तब से दुनिया भर के करोड़ों कंप्यूटर्स में इस सॉफ्टवेयर पर काम हो रहा है. पीसी की सिक्योरिटी के मद्देनजर यूजर्स के हित में यही है कि वो जल्द से जल्द अपना ऑपरेटिंग सिस्टम अपग्रेड कर लें.