मुरैना (मप्र): मध्यप्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के जरिए कुछ छात्रों को गलत तरीकों से नौकरी दिलाने के मामले में दो दलालों को गिरफ्तार किया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार व्यापमं द्वारा किए गए इस भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किए गए दलालों की पहचान बीके कौशिक और सतीश कुमार कौशिक के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि इन दोनों दलालों ने अविनाश जयंत को नौकरी दिलाने के लिए पैसे लिए थे। वर्तमान में अविनाश विशेष सशस्त्र बल (एसएसफ) में मध्यप्रदेश में पदस्त है।
सूत्रों ने कहा कि बीके कौशिक की पत्नी सुमन खरे सबलगढ़ में रेंजर के पद पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि सतीश कुमार ने लोकेंद्र धाकड़ को सिपाही के पद पर भर्ती करने के लिए भी पैसे लिए थे। लोकेंद्र का नाम सफल उम्मीदवारों की सूची में शामिल है।
सूत्रों ने कहा कि दोनों दलालों को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से दोनों को एसटीएफ के रिमांड में भेज दिया गया है। एसटीएफ उनसे इस घोटाले के बारे विस्तृत पूछताछ करेगी। उन्होंने बताया कि अभी तक मुरैना से राजेश प्रजापति, लोकेंद्र धाकड़, भूरा रावत, वासुदेव त्यागी और आशीष सहित कई लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।