भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वैचारिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का कहना है कि वह नरेंद्र मोदी के बढ़ते कद से चिंतित नहीं है और उसे किसी भी ऐसे व्यक्ति को बढ़ावा देने में कुछ गलत नजर नहीं आता, जो वोट दिला सकता है।
आरएसएस प्रवक्ता राम माधव ने कहा कि आरएसएस ने कभी नहीं कहा कि व्यक्तित्व राजनीतिक परिदृश्य पर हावी नहीं हो सकता या नहीं होना चाहिए। भाजपा पर हाल ही में इसके वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करने का आरोप लगा है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और वाराणसी से निवर्तमान सांसद मुरली मनोहर जोशी को मोदी के लिए अपनी सीट छोड़नी पड़ी, जबकि जसवंत सिंह को बाड़मेर से टिकट नहीं दिया गया। भाजपा ने उनकी जगह कांग्रेस छोड़ कर आए कर्नल सोनाराम चौधरी को उम्मीदवार बनाया।
माधव इस मुद्दे से दूरी बनाते हुए कहते हैं कि आरएसएस ने कभी भाजपा के राजनीतिक फैसले में हस्तक्षेप नहीं किया। यह पूछे जाने पर कि आरएसएस व्यक्ति पूजा का सैद्धांतिक रूप से विरोधी रहा है और इसी आधार पर यह कांग्रेस की आलोचना करता रहा है, माधव ने कहा कि राजनीति में तब तक व्यक्ति पूजा में कुछ भी गलत नहीं है, जब तक मुख्य सिद्धांत के साथ कोई समझौता न करना पड़े।
माधव ने इस बात से भी इंकार किया कि मोदी का बढ़ता कद आरएसएस के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, ''हमने खुद को भाजपा के आतंरिक मामले से हमेशा अलग रखा है। हमने पार्टी पर किसी के प्रभुत्व का विरोध भी नहीं किया है। ऐसे व्यक्ति को बढ़ावा देने में कोई बुराई नहीं है, जो वोट दिला सकता है। हमने सिर्फ यह कहा है कि पार्टी का मार्गदर्शन करने वाले सिद्धांतों का महत्व कम नहीं किया जाना चाहिए।''