ग्वालियर। बेटे की नौकरी के लिए रिश्वत जुटाने लिया कर्ज ना चुका पाने के कारण एक माता—पिता को किन हालातों से गुजरना पड़ा और किस तरह एक मॉं की मौत हो गई। यह प्रकरण इस मामले का दर्दनाक किस्सा है। लोग पढ़कर भूल जाएंगे परंतु रूह कंपा देने वाला सच यह है कि एक अदद नौकरी के लिए एक परिवार किस हद तक बर्बाद हो जाता है। पढ़िए हमारी व्यवस्था में मौजूद रिश्वत खोरी का नंगानाच।
अम्बाह मुरैना के लंगडि़या गांव में एक माँ मुन्नी देवी का बेटा वेदप्रकाश शर्मा चेन्नई में किसी कंपनी में इंजीनियर है, उसने कुछ दिन पूर्व गांव आकर अपने पिता शिवनारायण शर्मा को बताया कि उसकी आर्मी के अफसर से अच्छी सांठगांठ है वह बिना लिखित व शारीरिक परीक्षा दिये, युवकों को भर्ती करा सकता है, इसके बाद शिव नारायण शर्मा ने क्षेत्र में अपने सबएजेंट बनाकर कई युवकों से 5 से 6 लाख रूपये आर्मी में भर्ती कराने के लिये रकम ली। लेकिन काफी समय तक भर्ती न होने पर लोग पैसे मांगने लगे, कुछ लोगों ने शिव नारायण के खेत बिकवा कर अपने पैसे ले लिये बाकी लोग अम्बाह के धीरबल के पुरा से बाइकों पर सवार होकर 10-15 लोग आये और शिव नारायण व मुन्नीदेवी से मारपीट करने लगे। बचने के लिये मुन्नीदेवी ने भागकर कुए में छलांग लगा दी। इससे मुन्नीदेवी की मौत हो गई, इस पर आरोपीगण भाग गये, पुलिस अम्बाह ने मामला दर्ज किया है।
विमान हादसा: नाव होती तो मददगार होती पुलिस, सीमा में उलझा रहा प्रशासन
ग्वालियर। करौली जिले में सेना के विमान के क्रैस होने की घटना में संसाधनों की कमीं की बजह से श्योपुर के पुलिस व प्रशासन की टीम ने मदद नहीं करपाईं। जिस जगह विमान क्रैस हुआ था वहां करौली और माधवपुर की पुलिस से पहले श्योपुर पुलिस पहुंच जाती वह घटना स्थल से ज्यादा नजदीक थी लेकिन राजस्थान एवं मप्र के बीच में बहने वाली चम्बल नदी के घाट पर पहुंचकर श्योपुर पुलिस की टीम और गांव वालों को रूकना पड़ा, नदी पार करने के लिये न तो पुलिस के पास नाव थी, न वन विभाग के पास।
कई घंटों तक पुलिस और गांव वाले तमाशवीन बनकर हादशे को देखते रहे। नाव होती तो बचाव दल जख्मी वायु सैनिकों के लिये हादसे के तुरंत बाद ही मददगार साबित होता। आईजी चंबल रेंज डीसी सागर ने भी इस बात को स्वीकार किया कि संसाधनों का अभाव सुरक्षा व मदद को प्रभावित कर रहा है, चंबल नदी से सटे थानों में दो नाव का प्रस्ताव भेजा जा चुका है, उल्लेखनीय है कि इस हादसे में प्रशिक्षण विमान पर आगरा से ग्वालियर जा रहे वायु सेना के हक्यूर्लिस सी-130जे चंबल नदी के जोजू घाट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उड़ान के दौरान अचानक आग लगने पर विग कमांडर प्रशांत जोशी पुणे, विग कमांडर रमेश नायर हरियाणा, स्क्वाड्रन लीडर कौशिक मिश्रा ओडीसा, स्क्वाड्रन लीडर आशीष यादव कानपुर, वारंट अफसर कृष्णपाल सिंह की दुःखद मृत्यु हो गई। वायु सेना के हेलीकाॅप्टर से आये जवानों ने ग्रामीणों की मदद से सभी शवों के बिखरे अंगों को समेटा और उन्हें लेकर चले गये, इस विमान को देखने के लिये कल्ला पुत्र सियाराम राव निवासी पिपरानी भी चंबल नदी में डूब गया। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण सहदेव शर्मा ने बताया कि विमान धीरी रफ्तार में था और पानी में लेंडिग की कोशिश कर रहा था, इस दौरान वह नदी के बीच पत्थरों की छोटी चट्टानों से टकरा गया। टकराते ही विमान में आग लगी और चंद सेकंेडों बाद विस्फोट हुआ। विमान दो टुकड़ों में बट गया करीब एक करोड़ की कीमत का भारतीय वायु सेना का विमान दुर्घटना में खत्म हो गया। मानवता के नाते दोनों राज्यों के प्रशासन मदद की बजाय शाम तक सीमा जांच में ही लगा रहा। उधर एयर फोर्स के जवान सेना के हेलीकाॅप्टर के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से शवों को बाहर निकाला। करीब 500 मीटर के दायरे में विमान जलकर पूरी तरह खाक हो गया।
महत्वपूर्ण पद पर दागी क्यों बैठाया: हाईकोर्ट
ग्वालियर। उच्च न्यायालय ने कृषि उपज मंडी के ग्वालियर में पदस्थ बीरेन्द्र कुमार सिंह को हटाने का आदेश दिया है। ग्वालियर पीठ के न्यायमूर्ति एसके गंगेले की अध्यक्षता वाली खण्डपीठ ने तल्ख टिप्पणी करते हुये कहा कि जिस अधिकारी के ऊपर भ्रष्टाचार के इतने गंभीर आरोप हैं, उसे इतने महत्वपूर्ण पद पर नहीं बैठाया जा सकता।
बीरेन्द्र कुमार सिंह का स्थानांतरण हुआ था और उनके स्थान पर रीवा से पीके कुमरे आये थे। सिंह ने स्थानांतरण को चुनौती देते हुये, न्यायालय से कहा कि जिस अधिकारी कुमरे को उनके स्थान पर भेजा गया है, उस पर लोकायुक्त में प्रकरण दर्ज हैं, एकल पीठ ने बीरेन्द्र कुमार सिंह का स्थानांतरण रद्द कर दिया था। कुमरे ने इसकी अपील की। सुनवाई के दौरान खण्डपीठ ने माना कि बीरेन्द्र कुमार सिंह खुद दागदार हैं, और वह संचालक जैसे महत्वपूर्ण पद पर बने रहने के लिये अनुपयुक्त हैं। इसके साथ ही मंडी बोर्ड को स्वतंत्रता दी कि वह नियमानुसार अग्रिम आदेश जारी होने तक बिना संचालक की नियुक्ति के मंडी संबंधी कार्याें का संचालन कर सकती है। हाईकोर्ट के इस निर्णय के बाद बीरेन्द्र कुमार सिंह का हटना तय है।
भाजपा का कार्यकर्ता होना गर्व की बात: नरेन्द्रसिंह तोमर
डबरा। लोकसभा ग्वालियर के भाजपा उम्मीदवार प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने ठाकुर बाबा रोड़ पर स्थित कार्यालय का उद्घाटन करते हुये, कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता होना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि किसी भी सफलता का क्रियान्वयन परिश्रम से होता है, जो संकल्प कार्यकर्ताओं ने लिया है वह भाजपा की विजय के साथ पूरा हो। इस अवसर पर उन्होंने साहू समाज व सिंधी समाज के लोगों से संपर्क कर भाजपा को वोट देने और मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने हेतु भाजपा को जिताने की मांग की है। श्री तोमर ने कहा कि डबरा और भितरवार विधानसभी लगातार दो चुनाव में हारा है, उस पर विचार और मंथन करना आवश्यक है, इस कलंक को मिटाने का समय आ गया है, हर कार्यकर्ता अपने आपको नरेन्द्र सिंह मानकर कार्य करेगा तो कलंक मिट जायेगा। सिंधी समाज द्वारा आयोजित रंगोली गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि सिंधी समाज मेहनती और खुद्दार है, सिंधी समाज ने मेहनत कर अपने आपको स्टेंड किया है। सिंधी समाज भाजपा का समर्थक भी रहा है। मैं उनकी मेहनत, लगन से प्रभावित रहा हूँ, इसके बाद साहू समाज की बैठक में कहा कि साहू समाज के विकास के लिये, मैं हमेशा तत्पर रहा हूँ और हमेशा रहूंगा। गायत्री मंदिर रोड़ पर व्यापारियों की बैठक में श्री तोमर ने कहा कि व्यापारियों की जो भी समस्यायें होंगी, उचित निराकरण किया जायेगा। अभी कोई आश्वासन नहीं दे सकते, लेकिन भाजपा हमेशा व्यापारियों के साथ रही है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डाॅ0 नरोत्तम मिश्रा ने भी संबोधित करते हुये कहा कि क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर बदलने के लिये नरेन्द्र मोदी की आंधी में भाजपा प्रत्याशी के लिये कार्यकर्ता हर मतदान केन्द्र पर मुस्तैदी से जुट जायें। भाजपा नेता कौशल शर्मा, मंडी अध्यक्ष मुकेश गौतम, अतुल शर्मा, रमेश साहू, बीरेन्द्र जैन, सुंदर संतवानी, डाॅ0 अशोक अमुलानी, बसंत वाधवानी, द्वारिका हुकवानी, प्रवीण चंदानी ने स्वागत किया। विधायक भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री बालेन्द्र शुक्ला, संगठन मंत्री अशोक दांतरे, पूर्व विधायक जवाहरसिंह रावत एवं अन्य भाजपा कार्यकर्ता मंचासीन थे।
विश्व विद्यालय में भाजपा की राजनीति ठीक नहीं: राज्यपाल
ग्वालियर। जीवाजी युनिवर्सिटी परिसर में भाजपा व अन्य राजनैतिक संगठनों द्वारा जिस तरह से राजनीति की पाठशाला चलाई जा रही है, भविष्य की दृष्टि से यह अच्छा संकेत नही हैं, शिक्षा का मंदिर इससे प्रदूषित हो रहा है, छात्र अपने लक्ष्य से भटक रहे हैं, विवि परिसर को स्वच्छ रखने के लिये इस पर प्रतिबंध लगाना ही होगा। जीविवि के दीक्षात समारोह में कुलाधिपति व म.प्र. राज्यपाल रामनरेश यादव ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि विश्व विद्यालय में गुंडागर्दी नहीं चलने दूंगा। चाहे राज्यपाल रहूं या नहीं रहूं। शिक्षा संबंधी कोई समस्या है तो वाइस चांसलर से कहो, सरकार से कहो या मुझे बताओ विवि को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाओ। विवि शिक्षा का पवित्र केन्द्र है, देश का भविष्य है, यहां अराजकता नहीं होना चाहिये, इस अवसर पर भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश आरसी लाहौटी को डीलिट की मानद उपाधि से विभूषित किया गया, इस अवसर पर कुलपति संगीता शुक्ला एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कर्नल की नौकरी पुलिस से पिटने के लिये नहीं की: तरूण शर्मा रि. कर्नल
ग्वालियर। सेना के रिटायर्ड कर्नल तुरूण शर्मा और यातायात डीएसपी हरवंश कन्हौआ में पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने पर पुलिस द्वारा 500 रूपये का चालान काटने पर जिद पर अड़े दोनों अधिकारियों में हाथा पाई हो गई, डीडी माॅल के सामने नो पार्किंग में खड़े वाहन से उतर कर रिटायर्ड कर्नल की पत्नी खरीददारी करने माॅल में गईं, तरूण गाड़ी में हीं बैठे रहे यातायातकर्मी चालान काटने पहुंचा तो कर्नल ने अपने सेना एवं सिंधिया स्कूल में टीचर होने का हवाला दिया, बिवाद होने पर डीएसपी टेªफिक हरवंश कन्हौआ व टीआई अमरसिंह सिकरवार आ गये काफी जिद के बाद 500 का चालान काटा गया। कर्नल की पत्नी भी इस बिवाद में कंूद पड़ी और पुलिस से भिड़ गई, महिला हैल्प लाइन को खबर करने पर कर्नल की पत्नी आॅटो में बैठकर निकल गईं। तरूण शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि मेरे साथ पुलिस ने मारपीट की है, मैंने इतने साल कर्नल की नौकरी पिटने के लिये नहीं की है, मैं थाने में शिकायत करूंगा। उधर पुलिस ने पूरे मामले की वीडियो रिकाॅर्डिंग कराई है, रिटायर्ड कर्नल की गाड़ी को क्रेन से पुलिसकर्मियों ने हटाया।
रेत माफिया की तीन पनडुब्बियों को कराया नष्ट
डबरा। एसडीएम डबरा विजय दत्ता आईएएस द्वारा लगातार रेत के अवैध उत्खनन करने वाले माफिया के खिलाफ कार्यवाही कर रहे हैं, इसी क्रम में सिंध नदी स्थित रायपुर घाट पर पनडुब्बियों से अवैध उत्खनन की सूचना पर एसडीएम विजय दत्ता, एसडीओपी सुधीर कुशवाह, थाना प्रभारी जितेन्द्र नगाइच एवं अन्य अधिकारी तैयारी के साथ पहुंचे वहां उन्होंने तीन पनडुब्बियों को जेसीबी से नष्ट कराया तथा जप्त कर तहसील में रखवा दिया। इस प्रकरण में दतिया पुलिस का भी सहयोग लिया गया था। प्रशासनिक कार्यवाही की सूचना मिलते ही कई लोग पनडुब्बी लेकर भाग भी गये अब तक स्थानीय प्रशासन व माइनिंग विभाग की अंचल में हो रहे रेत खनन माफिया के विरूद्ध कार्यवाही के चलते 17 पनडुब्बियों को नष्ट किया जा चुका है। प्रशासन क्रेन मशीन, दो जेसीबी, दो ट्रक, टेªक्टर ट्राॅली एवं नाव लेकर तैयार के साथ कार्यवाही के लिये गया था। एसडीएम विजय दत्ता का कहना है कि लगातार कार्यवाही किये जाने से 60 फीसदी तक उत्खनन कम हुआ है, यह कार्यवाही क्षेत्र में आगे भी जारी रहेगी। सिंध नदी पर स्थित रायपुर घाट पर रेत का अवैध उत्खनन कर रही तीन पनडुब्बियों को जेसीबी से नष्ट किया गया है। दो पनडुब्बियों को जप्त कर तहसील में रखवा दिया गया है। ताकि दुबारा इस घाट पर उत्खनन न हो सके।
‘‘आप’’ के जिला संयोजक व सचिव के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज
ग्वालियर। संभागीय कार्यालय में पार्टी की महिला कार्यकर्ता से सवा साल पूर्व डरा धमकाकर दुराचार करने के आरोप लगाने पर पुलिस ने 50 घंटे की पड़ताल के बाद ‘‘आप’’ पार्टी के जिला संयोजक हिमांशु कुलश्रेष्ठ व अभिजीत बाघ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
शुरूआती जांच में पुलिस को केवल दो ही संदेहियों के खिलाफ साक्ष्य मिले हैं, आवेदिका ने सोड़ी ट्रांसपोर्ट के पीछे सवा साल पूर्व दुराचार का आरोप लगाया था। आरोपियों का कहना है कि सवा साल बाद झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं अगर कुछ हुआ था तो सवा साल चुप क्यों रहीं। यह कानून का दुरूपयोग है व चुनाव में राजनैतिक हत्या करने की साजिश है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ललित खुदकुशी नहीं कर सकता, पिता ने लगाये आरोप
ग्वालियर। जयपुर निवासी ललित पुत्र ओमप्रकाश वर्मा ट्रिपल आईटीएम में बीटेक सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर हाॅस्टल में ही रहता था। उसकी लाश उसके कमरे में फांसी पर लटकी हुई मिली थी, मृतक छात्र के मामा मथुरा प्रसाद निवासी आगरा ने आरोप लगाया है कि ललित के रूम से पुलिस ने जो बैडशीट बरामद की है, उस पर काफी मात्रा में खून लगा हुआ है और ललित की नाक से भी मौत के समय खून निकल रहा था। उसके पिता ओमप्रकाश वर्मा का कहना है कि ललित खुदकुशी नहीं कर सकता। उसके साथ कुछ और ही हुआ है। पिता ने ललित की हत्या की ओर इशारा करते हुये जांच की मांग की।
चिटफंड केएमजे कंपनी के मालिक राठौर पीआर पर
ग्वालियर। भिंड पुलिस ने चिटफंड कारोबारी एव केएमजे कंपनी के मालिक संतोषीलाल राठौर को चार दिन के लिये पुलिस रिमांड पीआर पर पूछताछ पर भिंड कोतवाली थाने में लाई है। केएमजे कंपनी पर भिंड के निवेशकों ने भी पैसा हड़पने का आरोप लगाते हुये, कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। टीआई कोतवाली डीपी गुप्ता ने बताया कि पूछताछ के लिये चिटफंडी को भिंड पुलिस पीआर पर लाई है।
पवन इंडस्ट्रीज ने किये 40 लाख सरेंडर
ग्वालियर। मुरैना पवन आॅयल इंडस्ट्रीज के संचालक विशन गर्ग ने वाणिज्यकर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर जलज रावत के नेतृत्व में सहायक आयुक्त सविता सिंह चैहान द्वारा मारे गये छापे के बाद 40.05 लाख विभाग को सरेंडर किये हैं, उक्त फर्म की कई शिकायतें मिलने के बाद वाणिज्यकर अधिकारियों ने जांच की थी।
मुरैना रेल कर्मचारियों को तीन-तीन साल की सजा
ग्वालियर। मुरैना में पदस्थ सुपरवाइजर डीएस राजावत व एसएस परमार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार करने के वर्ष 2009 के मामले में 3-3 वर्ष सश्रम कारावास व 25-25 हजार के जुर्माने से दंडित किया है। दोनों को इटारसी की फर्म म.प्र. वाणिज्यिक कंपनी के पुनीत मंगला ने सीबीआई से शिकायत कर रंगे हाथों पकड़वाया था, उस व्यापारी के एक रैक गेंहूँ डिस्पेच के बदले मुरैना गुड्स गोडाउन में कार्यरत डीएस राजावत व एसएस परमार दोनों कर्मचारी एक लाख रूपये की रिश्वत मांग रहे थे, 50 हजार की पहली किश्त देते वक्त उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। सीबीआई भोपाल कोर्ट के स्पेशल जज ने आरोपियों पर 25-25 हजार का जुर्माना भी लगाया है
बार और बेंच की मित्रता दिलाती है न्याय: बाहेती
ग्वालियर। जिला न्यायालय के बाद सभागार में न्यायाधीशों के विदाई समारोह में निवर्तमान जिला न्यायाधीश जगदीश बाहेती ने संबोधित करते हुये कहा कि बार और बेंच ऐसे मित्र होते हैं, जिनमें एक दूरी भी होती है और एक आत्मीयता भी। इन दोनों के संतुलन से ही न्याय के मंदिर में आने वाले पक्षकारों को न्याय का प्रसाद मिलता है। भिंड जिला न्यायाधीश पद पर स्थानांतरित श्री बाहेती ने कहा कि जब ग्वालियर था तो मन में कई सवाल थे, लेकिन यहां के अधिवक्ताओं व नागरिकों से इतना सहयोग मिला कि आज मैं यहां से जीवन का सुनहरा अध्याय लेकर जा रहा हूँ। प्रेमसिंह भदौरिया, एके जैन, बार अध्यक्ष जयप्रकाश मिश्रा, सचिव जितेन्द्र शर्मा आदि ने विदा हो रहे जिला न्यायाधीश श्री बाहेती, न्यायाधीश केके मिश्रा व निवेदिता मुदगल को स्मृति चिन्ह भेंट किये।