बापू आसाराम पर लगाये आरोप झूठे: हाईकोर्ट में ज्ञानसिंह भदौरिया के बयान

shailendra gupta
ग्वालियर। मेरे पापा मोहवश झूठे आरोप लगा रहे हैं, मैं आसाराम के सावरमती मोटेरा आश्रम में रहकर खुश हूँ। पापा मुझे अपने साथ रखना चाहते हैं, मम्मी मेरी शादी कराना चाहती हैं, जबकि मैं तो आश्रम में सेवादारी करना चाहता हूँ, मुझे साधु बनना हैं, बापू आसाराम ने मुझे ईश्वर प्राप्ति का मार्ग दिखाया है और मैं अपनी मर्जी से वहां रह रहा हूँ।

उक्त बयान हाईकोर्ट में पिता की ओर से बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करने के बाद सावरमती अहमदाबाद से ग्वालियर पड़ाव थाना पुलिस द्वारा लाये गये, ज्ञानसिंह ने बयान दर्ज कराते हुये कहा। जस्टिस रोहित आर्या की अदालत में हाईकोर्ट में पिता भारतसिंह भदौरिया याची, और बेटे ज्ञानसिंह की बातें सुनी गईं, इसके बाद अंतिम फैसला सुरक्षित कर दिया। हालांकि कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कहा कि ज्ञानसिंह अपनी इच्छा से कहीं भी रहने के लिये स्वतंत्र है। कोर्ट ने पिता की इस बात को खारिज कर दिया कि उसके बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नही हैं।

सरकारी वकील संगीता पचौरी और पड़ाव थाना एएसआई संतोष सिंह की मौजूदगी में कोर्ट ने ज्ञानसिंह को ग्वालियर स्थित आसाराम आश्रम के स्थानीय सेवादारों के साथ जाने दिया। 1996 से सावरमती आश्रम में रह रहे ज्ञान सिंह बी काॅम सेंकेड इयर तक पढ़े हैं और पापा के फौज में होने के कारण और घर में भी उनके फौजी जैसे बर्ताव व गालियां देने तथा माँ के साथ मारपीट करने के कारण ज्ञानसिंह अपने पिता के साथ नहीं रहना चाहता।

ज्ञानसिंह ने यह भी कहा कि मोहवश मुझे अपने साथ रखने और मेरी शादी कराने के लिये आसाराम बापू पर झूठे आरोप मेरे पिता लगा रहे हैं। उसने अपने पिता से मिलना बंद कर दिया था माँ भगवती देवी जब उससे मिलने अहमदाबाद आईं तो आश्रम प्रबंधन ने माँ के साथ उन्हें वापिस लौटा दिया। ज्ञानसिंह का यह भी कहना था कि मेरे गुरू के बारे में अपशब्द कहने पर मैंने घर आना जाना छोड़ दिया। मैं आश्रम में ही रहना चाहता हूँ ज्ञानसिंह ने पिता के साथ रहने से साफ इंकार करते हुये बापू आसाराम पर लगाये गये आरोपों को झूठा बताया।

नरेन्द्र सिंह तोमर ने किया नामांकन पत्र दाखिल

ग्वालियर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और ग्वालियर संसदीय सीट से प्रत्याशी नरेन्द्र सिंह तोमर ने अपना नामांकन पत्र दाखिल करके बताया कि उनके पास सिर्फ 10 ग्राम सोना है और करीब 45 लाख का कर्ज उन्हें चुकाना हैं। हालांकि नगदी के नाम पर उनके हाथ में सिर्फ 50 हजार रूपए हैं। तो बैंक खातों में 16 लाख रूपए जमा हैं। इसके अलावा उनके नाम से साढ़ें छह लाख रूपये बीमा पाॅलिसी भी है, उनकी पत्नी किरण तोमर के पास सवा सौ ग्राम सोना बताया गया है, उनके पास अब तक कोई वाहन नहीं हैं। होमलाॅन का 45 लाख से अधिक का कर्ज है। अचलेश्वर मंदिर पहुंचकर विधिविधान से पूजा कर भगवान भोलेनाथ को माथ टेक कर नामांकन फाॅर्म भरने गये, कलेक्टेªट स्थित निर्वाचन कार्यालय में उन्होंने अपने समर्थकों के साथ नामांकन पत्र दाखिल किया।

डकैतों के सफाए का दावा तो कहां से आ रहे डकैत

ग्वालियर। पुलिस अधिकारी भले ही डकैतों के सफाए का दावा करें, लेकिन खुद के आंकड़े उनके दावे की पोल खोल रहे हैं ग्वालियर जिले में 74 डकैती की योजना के मामले बने हैं, पुलिस ने हथियार भी बरामद करने का दावा किया है। सवाल यह है कि अगर डकैत पकड़े जा रहे है, तो पुलिस डकैतों के सफाए का दावा क्यों करती है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस दबाव में म.प्र. डकैती अधिनियम की धारा में नशेडि़यों, चोरी करने वालों एवं छुटपुट लूट करने वालों पर डकैती अधिनियम लगाकर बंद कर देती है। ग्वालियर चंबल अंचल डकैती प्रभावित क्षेत्र घोषित होने के बाद यहां डकैती अधिनियम लागू हुआ था, इस एक्ट के लगने पर आरोपी को अग्रिम जमानत नहीं मिलती इन प्रकरणों में अधिकतम सजा आजीवन कारावास है, आयेदिन डकैती डालने से पहले बदमाशों को पकड़े जाने से जनता हैरान व परेशान हैं, चनाकोठार निवासी रमेश का कहना है कि रोजाना चैन स्नेचिंग तथा अन्य घटनाएं हो रही हैं, पुलिस उन बदमाशों को पकड़ नहीं पाती, लेकिन डाके डालने से पहले बदमाशों को पकड़ लेती है, मामा बाजार निवासी साहब सिंह का भी यही कहना है कि पुलिस डकैती की योजना बनाते कैसे पकड़ लेती है ? आखिर यह सच्चाई सामने तो आये कि अभी अंचल डकैतों से मुक्त हुआ या नहीं। अभिभाषक एआर शिवहरे का कहना है कि डकैती अधिनियम मूलतः डकैतों पर लागू होता है, लेकिन कभी-कभी पुलिस आम आदमी पर भी डकैती अधिनियम के तहत कार्यवाही करती है ताकि उसे अधिक समय तक जेल में रहना पड़े।

शिक्षक ने लिखा पत्र, लोकसभा प्रत्याशी सड़क मार्ग से आएं

ग्वालियर। भितरवार के रिटायर्ड शिक्षक वार्ड नं. 11 निवासी समाज सेवी अनुरूद्ध कुमार पाण्डे ने एक मार्मिक चिट्ठी सभी लोकसभा प्रत्याशियों को लिखी है, जिसमें उन्होंने सभी से भितरवार विधानसभा क्षेत्र में प्रचार या सभा करने आने हेतु सड़क मार्ग डबरा भितरवार मार्ग से आने की बात लिखी है ताकि उन्हें मालूम हो कि 27 कि.मी. की दूरी तय करने में कितना समय लगता है और कितने गड्डों के झटके यात्रियों, महिलाओं, बच्चों को लगते हैं, उन्होंने लिखा है कि मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह सम्मेलन में वादा कर गये थे कि सड़क जरूर बन जायेगी। लेकिन वह बायदा पूरा न होने से लोग ठगा सा महसूस कर रहे है, अगर सड़क उस समय बन जाती तो शायद डबरा और भितरवार दोनों सीटें सरकार की होतीं, उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़क न बनाने और मरम्मत न करने के लिये व्यग्यात्मक भाषा में धन्यवाद भी दिया है तथा हैलीकाॅप्टर से आने वाले प्रत्याशियों के वोट हवा में उड़ने की बात भी लिखी है।

पाँच हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

ग्वालियर। भिंड के सीएमएचओ आॅफिस में पदस्थ प्रशासकीय अधिकारी एओ डीएन चतुर्वेदी को आशा कार्यकर्ता सारिका पत्नी श्यामसिंह भदौरिया निवासी शास्त्री नगर से नियुक्ति के मामले में पाँच हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। श्यामसिंह पुत्र गरसिंह भदौरिया ने बताया कि उनकी पत्नी ने आशा सहयोगी की जगह के लिये, आवेदन लावन गांव के स्वास्थ्य केन्द्र के लिये दिया। लेकिन उक्त अधिकारी डीएन चतुर्वेदी ने नियुक्ति के लिये रिश्वत मांगी, जिसमें पाँच हजार की बात तय होने पर योजना अनुसार नोट श्यामसिंह ने जैसे ही चतुर्वेदी को दिये, लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

इनामी चिटफंडी मैनेजर गिरफ्तार

ग्वालियर। चिटफंड चलाने वाले दो हजार के इनामी सुरेन्द्र चतुर्वेदी को गोला का मंदिर थाना  पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दो दिन की रिमांड पर ले लिया। परिवार डेयरी के ब्रांच कार्यालय में 2003 से 2010 तक ब्रांच मैनेजर गणेश प्लाजा गोला का मंदिर पदस्थ था। उसने सात साल में सात हजार ग्राहकों से चालीस करोड़ रूपया कंपनी के लिये जमा कराये थे। उसके ढाई सौ एजेंट ग्वालियर शहर में ग्राहकों को लाते थे। अब सुरेन्द्र चतुर्वेदी पुलिस की हिरासत में हैं।

थाना प्रभारी निलंबित

ग्वालियर। लोकायुक्त पुलिस संगठन द्वारा रिश्वत लेने के मामले में पकड़े गये थाना प्रभारी गिजौर्रा बीएल मौर्य को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। लोकायुक्त पुलिस ने एक मारपीट के मामले में सुविधा देने के लिये आरोपी जितेन्द्र के बहनोई भूरा गुर्जर से 10 हजार रूपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था, उसी प्रकरण में एएसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबन के आदेश कर दिये।

यातायात सुधारने एसडीएम ने दिये निर्देश

डबरा। एसडीएम विजय कुमार दत्ता ने स्थानीय थाना प्रभारी को नगर के ठाकुर बाबा रोड़ सराफा बाजार पुराना गाड़ी अड्डा रोड़, मैंन रोड़, जवाहरगंज आदि स्थानों पर आयेदिन लगने वाले जाम की रोकथाम और कार्यवाही के लिये निर्देश दिये हैं। जाम लगने से आपसी बिवाद व परेशानी का सामना यात्रियों को होता है, कुछ किसान आड़तियों एवं दुकानों के आगे टेªक्टर लगाकर खरीददारी व हिसाब करते हैं तथा ओवरब्रिज पर बस आॅपरेटर सवारी उतारने चढ़ाने के अलावा पार्किंग भी कुछ वाहनों द्वारा की जाती है। एसडीएम ने यातायात के लिये अभियान चलाकर व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये हैं।

हर सुख दुःख में साथ रहूंगा: अशोक सिंह

ग्वालियर। लोकसभा कांग्रेस उम्मीदवार अशोकसिंह ने कहा कि बघेल समाज हो प्रजापति या अन्य कोई समाज सभी से मेरा सुख दुःख में साथ रहने का पारिवारिक रिश्ता वर्षों से चला आ रहा है और जीत के बाद भी वह वैसे ही चलता रहेगा। मुझसे मिलने के लिये आपको किसी बाहुवली या दलाल की दरकार नहीं रहेगी। मैं सीधे ही लोगों से मिलता हूँ और सीधे ही मोबाइल पर बात करता हूँ, नांका चन्द्रवदनी पर बघेल समाज द्वारा आयोजित सम्मान एवं स्वागत समारोह में उन्होंने कहा कि बघेल समाज की राजनीति में उपेक्षा हुई है, लेकिन अब लोग जागरूक हुये हैं, इस समाज में पढ़े लिखे लोग निकलकर अच्छा व्यवसाय कर रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि मेरा मानना है कि नेता जब तक लोगों से सीधे संवाद कायम नहीं करेंगे तब तक सच्चा विकास संभव नहीं हो सकेगा।

डबरा का तत्कालीन पटवारी निलंबित

डबरा। कलेक्टर पी नरहरि ने तत्कालीन पटवारी तहसील डबरा धर्मेन्द्र शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। तत्कालीन पटवारी धर्मेन्द्र शर्मा द्वारा वर्ष 2011 से 2013 तक ग्राम डबरा, जतर्थी, वीरमढ़ाना, सलैया, खेरिया, समूदन, सेकरा जागीर और बड़ी अकबई आदि में कम्प्यूटर खसरा प्रवृष्टि में किसी भी सक्षम अधिकारी के आदेशों के बिना प्रवृष्टियों में संशोधन किये हैं, उनका यह कृत्य सिविल सेवा नियम के विरूद्ध होेने से कलेक्टर ने उन्हें निलंबित कर दिया। मुख्यालय कार्यालय अनुभाग घाटीगांव रहेगा तथा प्रतिमाह नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त करेंगे।

पुलिस ने अभियान चलाकर, पकड़े 29 फरार वारंटी

डबरा। एसडीओपी सुधीरसिंह कुशवाह के नेतृत्वा में चलाये गये अभियान में लम्बे समय से फरार चल रहे, 29 वारंटियों को डबरा पिछोर, आंतरी आदि थानों में गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार वारंटी राजकुमार बरार, अरूण मिश्रा, राहुल मिश्रा, प्रदीप रावत, साहबसिंह, दिनेश कुशवाह तथा लखविन्दरसिंह, मेहरवानसिंह, लखन श्रीवास्तव, मनोज, टिल्लू कुशवाह, प्रकाश, प्रेमनारायण, रविन्द्र आदि को गिरफ्तार किया गया।

सर्वे ठीक न करने की शिकायत

ग्वालियर। भितरवार क्षेत्र में खेतों में वारिस और ओलावृष्टि के चलते 80 फीसदी का नुकसान होने पर भी पटवारियों द्वारा नुकसान का सही सर्वे न होने से शासन से नुकसान का पूरा मुआवजा नहीं मिल पायेगा। यह शिकायत ग्राम बाजना के किसानों ने एसडीएम विजय राज से की। उन्होंने द्वारा सर्वे कराये जाने की मांग की है। एसडीएम ने किसानों को सही सर्वे कराये जाने का आश्वासन दिया।

बहन की शादी में आकर चला गया कुख्यात हरेन्द्र

ग्वालियर। शहर और यूपी पुलिस के मोस्ट वांटेड गुंडे हरेन्द्र राणा द्वारा पुलिस को चकमा देकर टुंडीला गांव में चचेरी बहन की शादी में सिरकत करके निकल गया। जबलपुर की गैंग के संपर्कों को पुलिस ने तलाशना शुरू कर दिया है, उसकी मौजूदगी की सूचना के बाद पुलिस ने घेराबंदी के लिये शिकंजा कसा है। इंदौर जबलपुर में भी पुलिस तलाश कर रही है। इंदौर जबलपुर में भी पुलिस ने अपना जाल बिछाया है। 

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