भोपाल। राजधानी के एक बिल्डर सैयद दस्तगीर मुफ्त में मोटी विदेशी रकम पाने के चक्कर में ठग लिए गए। अंतत: उन्होंने मुम्बई पुलिस की शरण ली और आरोपी को अरेस्ट करवा दिया।
जानकारी के अनुसार भोपाल के बिल्डर सैयद दस्तगीर के पास पिछले दिनों एक ईमेल आया जिसमें बताया गया था कि उनके पास काफी सारा विदेशी फंड है और उसे राहतकार्यों व गरीबों की भलाई के लिए खर्च करना है। बिल्डर सैयद दस्तगीर को लगा कि धंधा अभी मंदा है, चलो यही कर लिया जाए। वो झांसे में आ गए और उन्होंने इस मेल को रिप्लाई कर दिया।
बस फिर क्या था देखते ही देखते बिल्डर सैयद दस्तगीर एक विदेशी रैकेट के जाल में फंसते चले गए। कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर इस रैकेट ने उनसे ठगी की शुरूआत की। दस्तगीर ने पहले 75 हजार रुपये उनके एकाउंट में डाले और फिर उन्हें नवी मुंबई जाकर कस्टम से फंड को क्लियर करने के लिए कहा गया, जिसके लिए उनसे फिर 40 हजार की मांग की गई। दस्तगीर को नवी मुंबई से ठाणे तक दौड़ाया गया लेकिन कुछ नही मिला।
अंत में जब बिल्डर सैयद दस्तगीर को एहसास हुआ कि वो भी ठग लिया गया है तो उसने ठाणे की नौपाडा पुलिस से मामले की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने रैकेट का भंडाफोड़ कर दक्षिण अफ्रीकी मूल के गोम विलियम्स को गिरफ्तार किया।