ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में आपस में द्वंद्व छिड़ गया है। सिंधिया राजघराने की प्रतिनिधि और मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया तथा विधायक जयभान सिंह पवैया के बीच तलवारें खिंच गई हैं और दोनों एक-दूसरे पर इशारों में हमले किए जा रहे हैं।
भाजपा ने गुना संसदीय क्षेत्र से जयभान सिंह पवैया को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ मैदान में उतारा है। पवैया लगातार अपने भाषणों में सिंधिया राजघराने पर हमले बोले जा रहे हैं, वे सिंधिया खानदान को सामंतवादी और खुद को सामंतवाद विरोधी बताकर प्रचारित कर रहे हैं।
पवैया द्वारा जारी हमलों के बीच यशोधरा सिंधिया ने सोमवार को ग्वालियर में भाजपा के संसदीय सम्मेलन में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग ग्वालियर के रानी लक्ष्मीबाई के समाधि स्थल से मिट्टी लेकर जाते हैं वे छतरी (विजयराजे सिंधिया का समाधि स्थल) की भी मिट्टी लेकर जाएं।
सिंधिया ने आगे कहा कि विजयाराजे सिर्फ उनकी नहीं, भाजपा की भी मां थीं। विजयराजे ने भाजपा के लिए तन-मन ही नहीं, धन भी लगाया है, तब टाटा-बिड़ला नहीं थे। यशोधरा ने जब नाम लिए बिना पवैया पर हमला बोला, उस वक्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर भी मंच पर मौजूद थे।
पवैया ने संसदीय सम्मेलन के बाद संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि शहीदों और नेताओं की कोई तुलना नहीं की जा सकती। वे खुद को आतंकवाद और सामंतवाद का विरोधी बताते हुए कहते हैं कि उनका इनके खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा।