चुनाव 2014: वे वादे करते रहे महंगाई बढती रही

राकेश दुबे@प्रतिदिन। यूपीए, एनडीए और अन्य छोटे बड़े सभी महंगाई कम करने के वादे करते रहे और चुनाव अपने अंतिम चरण में आ गये और महंगाई अपने चरम पर पहुंच गई| मार्च में थोक महंगाई दर बढ़कर 5 प्रतिशत के पार पहुंच गई है।

मार्च में थोक महंगाई दर बढ़कर 5.6 प्रतिशत हो गई है। वहीं फरवरी में थोक महंगाई दर ४.६८ प्रतिशत रही थी। मार्च में थोक महंगाई दर दिसंबर २०१३  के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। जनवरी में संशोधित थोक महंगाई दर ५.५ प्रतिशत से बढ़कर ५.१७ प्रतिशत हो गई है। महीने दर महीने आधार पर मार्च में कोर महंगाई दर ३.२ प्रतिशत से बढ़कर ३.५ प्रतिशत हो गई है।

महीने दर महीने आधार पर मार्च में प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर ६.३३  प्रतिशत से बढ़कर ७.६६ प्रतिशत हो गई है। महीने दर महीने आधार पर मार्च में खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर ८.१२ प्रतिशत से बढ़कर ९.९ प्रतिशत हो गई है। मार्च में खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर दिसंबर २०१३  के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।

महीने दर महीने आधार पर मार्च में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई दर २.७६ प्रतिशत से बढ़कर ३.२३ प्रतिशत हो गई है। महीने दर महीने आधार पर मार्च में फ्यूल-पावर की महंगाई दर ८.७५ प्रतिशत से बढ़कर ११.२२ प्रतिशत हो गई है। मार्च में फ्यूल महंगाई दर अगस्त २०१३  के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
आंकड़ों की वृद्धि वायदों से नहीं रूकती है |जो भी जीते उसे ये यह बात याद रखना चाहिए |

लेखक श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
संपर्क  9425022703
rakeshdubeyrsa@gmail.com

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