भोपाल। रेलवे बजट में घोषित प्रीमियम ट्रेनों की गाइड लाइन जारी कर दी गई है। इसके मुताबिक, यह ट्रेन सबसे अलग होगी। वेटिंग टिकट नहीं मिलेगा, यानी यात्री कंफर्म या आरएसी बर्थ पर सफर करेंगे।
अहम बात ये है कि बुकिंग आॅनलाइन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) से ही होगी और यात्रा रद्द कराने पर रिफंड नहीं मिलेगा। वहीं, इन ट्रेनों में रिजर्वेशन की सुविधा काउंटर से तो नहीं है, लेकिन बर्थ खाली रहने पर यात्रियों को करंट बुकिंग की सुविधा जरूर मिल सकेगी। गौरलतब है कि रेल बजट 2013-14 में रेल मंत्रालय ने प्रीमियम ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। इसमें से आठ प्रीमियम ट्रेनें जो पश्चिम मध्य रेलवे से हो कर गुजरेंगी।
कैटरिंग की सुविधा नहीं
प्रीमियम ट्रेनें दो प्रकार की होंगी। पहली फुली एसी और दूसरी एसी व स्लीपर क्लास वाली। उन प्रीमियम ट्रेनों में कैटरिंग की सुविधा नहीं रहेगी, जो रात 9.30 बजे या इसके बाद रवाना होकर सुबह 7.30 बजे तक मंजिल पर पहुंच जाएंगी।
क्या है प्रीमियम ट्रेन
प्रीमियम ट्रेनें वातानुकूलित होंगी और इनके कोच नए होंगे। प्रीमियम ट्रेनों में सामान्य ट्रेनों के मुकाबले ज्यादा किराया लिया जाता है और सीटें भरने के साथ ही इसके किराए में उसी तरह इजाफा होता है, जिस तरह से हवाई जहाज के लिए किराया बढ़ता है।
15 दिन पहले होगी बुकिंग
प्रीमियम ट्रेन में सीटों की बुकिंग 15 दिन पहले शुरू होती है। रेलवे प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि यह सर्विस उन पैसेंजरों के लिए है, जिन्हें सफर की तारीख से ऐन पहले अपनी यात्रा के बारे में योजना बनानी पड़ती है। ऐसे पैसेंजर ज्यादा किराया देकर इस ट्रेन में सफर कर सकते हैं। इस सिस्टम के तहत, शुरुआती किराया लगभग वही होगा, जो तत्काल का होता है। इसके बाद सीटें कम होती जाएंगी और डिमांड जिस रूप में बढ़ती जाएगी, उसी आधार पर इसका किराया बढ़ता जाएगा। हालांकि, प्रीमियम ट्रेन के लिए किराये की ऊपरी सीमा भी तय कर दी गई है,ज्यानी एक सीमा से ज्यादा किराया नहीं बढ़ेगा। ट्रेन का किराया एरोप्लेन की तरह डायनामिक होगा। मसलन पहले रिजर्वेशन कराने वाले को कम तो अंतिम समय वाले को ज्यादा किराया देना होगा। इस ट्रेन को मिड सेक्शन में 5 ही स्टॉपेज दिया जाएगा, जो कि रिमोट लोकेशन भी होगा। ऐसे में यात्रियों को एक से दूसरे स्टॉपेज वाले स्टेशन के बेसिक किराए के अलावा तत्काल, रिजर्वेशन, सुपरफास्ट और कैटरिंग चार्ज भी देना होगा। इसके लिए क्रिस ने विशेष सॉμटवेयर तैयार किया है। रिमोट लोकेशन का आशय उन स्टेशनों से है, जहां बर्थ का कोटा दिया गया होगा।