भिण्ड। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिला के ऊमरी थाना क्षेत्र के शरुर गांव की किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार करने वाले आरोपियों ने फिर से किशोरी का उसकी बहन के घर से अपहरण कर लिया। इसके बाद से उसके परिजन भी लापता हो गए हैं।
पुलिस अब तक न तो किशोरी को बरामद कर आरोपियों की गिरफ्तारी कर सकी है और न ही पीडिता के परिजनों को पता लगा सकी है। पीडिता के साथ 9 मार्च को तीन युवकों ने हथियारों के बल पर सामूहिक बलात्कार किया था। पीडिता की शिकायत पर पुलिस ने चरण सिंह यादव, उमेश यादव और जितेन्द्र राजावत के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जाने से उनके हौसलें बुलंद हो गए।
आरोपियों ने इसके बाद पीडिता और उनके परिजनों को रिपोर्ट वापस लेने के लिए धमकाना शुरु कर दिया था। आरोपियों और उनके परिजनों की धमकी से दहशतजदा पीडिता का परिवार 10 मार्च को अपने पूरे परिवार के साथ गांव छोडकर अपनी बडी बेटी के पास भीमनगर गांव जाकर रहने लगा था। आरोपियों का जब उनके नए ठिकाने का पता चला तो उन्होंने एक अप्रैल की रात भीमनगर गांव पहुंचकर गोलियां चलाते हुए पीडिता का फिर अपहरण कर लिया।
पीडिता के परिजनों ने इस मामले की शिकायत रौन पुलिस से की थी। पुलिस ने मौके से चले हुए नौ कारतूस भी बरामद किए थे। इस मामले में पुलिस ने जितेन्द्र राजावत, दिलीप यादव, उमेश यादव, वीरेन्द्र यादव और जितेन्द्र यादव तथा दो अन्य लोगों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया था।
थाने से लौटते समय युवती के परिजन भी रास्ते से गायब हो गए। पीडिता का अपहरण होने और उसके परिजनों के अचानक लापता हो जाने और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) अशोक भारद्वाज का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई जगह दबिश दी गई है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उनका कहना है कि पीडिता के परिजनों के लापता होने की जानकारी उन्हें नहीं है।