भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी जी वाराणसी से चुनाव लड़ने वाले है. मतदान 12 मई को होगा .मैंने के पी क्रमांक 144 लिया है यह जानने के लिए की चुनाव का क्या फल होगा.
जीत के लिए नियम : यदि छठे भाव का उपनक्षत्र स्वामी ६,१०,११ में से किसी का कार्येष गृह है तो व्यक्ति जीत सकता है अन्यथा यदि वह गृह ४,५,१२ का कार्येष है तो वह हार जाता है. यदि वह दोनों प्रकार के भावों को सामान रूप से दर्शाता है तो महादशा अंतर और प्रत्यंतर स्वामी किन भाव के कार्येष हैं ये देखना चहिये
छठे भाव का उपनक्षत्र स्वामी सूर्य पंचम में विराजमान है और शुक्र के उपनक्षत्र में है जो चतुर्थ में है. दोनों ही गृह अच्छे और बुरे भावों के सामान रूप से कार्येष हैं.
लाभ भाव का उपनक्षत्र स्वामी शनि वक्री है और द्वादश में है. वह राहू के उपनक्षत्र में है जो द्वादश में है.
इस समय चंद्रमा चतुर्थ भाव से जा रहा है और बुध के उपनक्षत्र में है जो चतुर्थ में ही है.
12 मई को मतदान होगा और उस दिन चंद्रमा मंगल के नक्षत्र में रहेगा जो इस कुंडली के लिए लाभ भाव का सबल कार्येष गृह है. लेकिन मंगल वक्री रहेगा.
निष्कर्ष : मेरे विचार में भाजपा को ज़मीनी स्तर पर घर घर जाकर मोदी जी के लिए अलख जगानी चहिये, उन्होंने 2 सीट चुन कर बहुत सूझबूझ का परिचय दिया है. सिर्फ नमो नमो गाने से और दिखाने से काम में दिक्कत आ सकती है.