भोपाल। चुनाव आयोग द्वारा चार कलेक्टरों और एक एसडीएम को हटाये जाने को लेकर मप्र आईएएस आॅफिसर्स एसोसिएशन द्वारा ली गई आपत्ति को प्रदेश कांग्रेस ने एक गंभीर मामला बताते हुए कहा है कि एसोसिएशन का यह कृत्य संवैधानिक निष्ठाओं के खिलाफ अपनी राजनीतिक निष्ठाओं का सीधा प्रदर्शन और दबाव बनाने का एक अनुचित प्रयास कहा जायेगा।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने आज पार्टी मुख्यालय में आयोजित नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा है कि इस स्थिति को देखते हुए लगता है कि आईएएस ऐसोसिएशन ‘शिवराज एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस’ में तब्दील हो चुकी है। इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, मुख्य सचिव चुनाव आयोग के समक्ष अपनी लिखित आपत्ति दर्ज करवा चुके हैं। अब आईएएस एसोसिएशन का भी उन्हीं के स्वरों में स्वर मिलाना संवैधानिक टकराव की स्थिति निर्मित कर रहा है।
श्री मिश्रा ने एसोसिएशन से जानना चाहा है कि वह यह स्पष्ट करे कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान ऐसी शक्तियां किसके अंतर्निहित होती है ? निर्वाचन आयोग को अधिकारियों के तबादलों का अधिकार है या नहीं और एसोसिएशन अपने किन संवैधानिक अधिकारों के तहत इस विषयक अपनी आपत्तियां दर्ज करा रहा है ? कांग्रेस इसकी शिकायत भारत सरकार के कार्मिक मंत्रालय में करेगी।