साइबर ठगी: पीड़ितों की मदद नहीं कर पा रही है पुलिस

शाजापुर। जिले में कुछ महीने के दरमियान सायबर क्राइम बढ़े हैं। सबसे ज्यादा ठगी के मामले हैं, जिनमें शिकायत हुए महीनों बीत चुके हैं। बावजूद पुलिस उन तक नहीं पहुंच पाई है। हालांकि, पुलिस मामलों की पड़ताल में तो जुटी है किंतु एक्सपर्ट और संसाधन के आभाव में वह आगे नहीं बढ़ पाई। यही कारण है कि तमाम प्रयास के बावजूद पुलिस इन ठगों तक नहीं पहुंच पा रही है। वर्तमान में सायबर सेल में संसाधनों का भारी टोटा है। एक्सपर्ट भी नहीं है।

पिछले कुछ माह में सामने आई वारदातों पर गौर करें तो साइबर अपराधियों के जाल में कई लोग फंस चुके हैं। इनमें ग्रामीणों की संख्या ज्यादा है। वे इंटरनेट पर विज्ञापनों के झांसें में आकर उलझ चुके हैं। फरियादियों द्वारा पुलिस को दिए गए आवेदन में सामने आया है कि ठग फोन के माध्यम से कभी बैंक अधिकारी बनकर तो कभी किसी प्रायवेट कंपनी या मोबाइल नेटवर्क कंपनी के अधिकारी बनकर खातों में रुपए जमा कराने के साथ एटीएम कार्ड ब्लॉक होने के नाम पर गोपनीय जानकारी हासिल कर लेते हैं। इनमें झांसें में लोग आ जाते हैं और लाखों रुपए गंवा देते हैं।

पड़ताल में बंद मिले नंबर
कई मामलों में फरियादी द्वारा आरोपियों द्वारा उपयोग किए गए फोन नंबरों और बैंक खातों की जानकारी पुलिस को दी गई है। फिर भी पुलिस की साइबर सेल हाईटेग ठग गिरोह का खुलासा करने में मददगार साबित नहीं हुई। इन्हीं हालातों के चलते गिरोह पैर पसारते जा रहे हैं। बताया जाता है कि बदमाशों द्वारा उपयोग किए गए खाते और सिम फर्जी दस्तावेजों से हासिल किए गए थे। इसी के चलते पुलिस इन तक नहीं पहुंच सकी।

ठगी के ये मामले आए थे सामने
8 मई को जिले के ग्राम खेड़ा निवासी जीवनसिंह के साथ लॉटरी में गाड़ी खुलने के नाम पर ठगी की गई। उसने ठगों के बताए अनुसार उनके खाते में 21 हजार रुपए जमा करा दिए किंतु गाड़ी नहीं मिली तो पुलिस को शिकायत की थी।

ग्राम बिरगोद निवासी लक्ष्मीनारायण को फोन कर अज्ञात व्यक्ति ने लॉटरी में 25 लाख रुपए का इनाम जीतने की बात कही। इस पर वह उनकी बातों में आ गया और ठगों के बताए खाते में 2 बार में 49 हजार रुपए उनके खातों में जमा करा दिए। किंतु उसके हाथ कुछ नहीं आया। मामले में 26 अप्रैल को एसपी को शिकायत की गई थी।

18 दिसंबर 13 को बोलाई ग्राम निवासी दिनेशकुमार से 25 लाख की लाटरी खुलने के नाम पर 25 हजार रुपए की ठगी की गई। उन्हें अंजान नंबर से फोन आया। जिसने स्वयं को कौन बनेगा करोड़पति का मैनेजर बताया और 25 लाख रुपए की लॉटरी लगने का झांसा दिया। बदले 25 हजार रुपए की ठगी कर ली। मामले में दिनेश ने पुलिस और प्रशासन को शिकायत की थी।

अवंतिपुर बड़ोदिया थाना क्षेत्र के ग्राम गागरौनी निवासी करणसिंह पिता गंगाराम को एक निजी दूरसंचार कंपनी की लॉटरी में उनका इनाम खुलने के नाम पर ठगा गया। इनाम के लिए एक्सचेंज टैक्स के रूप में 30 हजार रुपए जमा करा लिए गए किंतु उसके हाथ कुछ नहीं लगा।

यह मामले भी सामने आए
इंटरनेट पर विज्ञापन के जरिए ठगी के मामलों के अलावा व्हाट्सअप या फेसबुक के जरिए आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले भी सामने आ रहे हैं। हाल ही में व्हाट्सअप पर व्यक्ति विशेष पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। हालांकि, संसाधन और एक्सपर्ट की कमी का हवाला देकर पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है।

आमजन बरते सावधानी
लगातार सामने आ रहे सायबर क्राइम के मामलों के बाद लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। यदि वे ठगी का शिकार हुए हैं तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें

इंटरनेट पर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों पर जांच-पड़ताल के बाद ही विश्वास करें
वाट्सअप गु्रप में ऐसे लोगों को न जोड़े तो आपत्तिजनक पोस्ट करते हो
अपना मेल या फेसबुक पॉसवर्ड किसी को नहीं बताएं। महीने में एक-दो बार पॉसवर्ड बदलते रहे
मोबाइल सिम का उपयोग खुद करें। किसी और को न दें
मोबाइल गुम हो जाए तो तुरंत पुलिस को बताएं
इंटरनेट पर बैंकिंग करते वक्त पूरी एहतियात बरतें
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल पूरी सावधानी से करें

पुलिस यह करें
सायबर सेल में संसाधनों की कमी दूर कर एक्सपर्ट तैनात किया जाएं
मोबाइल पर वीडियो, गाने लोड करने वाली दुकानों की जांच करें
सायबर कैफे संचालकों को निर्देश दें कि आईडी प्रूफ के बिना नेट न चलाने दें

जागरूकता जरूरी है
शिकायत मिलने पर पुलिस कार्रवाई करती है। वारदात का खुलासा कर आरोपियों को पकड़ने के भी प्रयास किए जाते हैं किंतु ऐसे मामलों में जागरूकता की भी जरूरत है।
अविनाश शर्मा, एसपी

फोन पर नहीं मांगती जानकारी
बैंकें फोन पर किसी तरह की गोपनीय जानकारी नहीं मांगती। उपभोक्ता फोन पर या किसी भी अंजान व्यक्ति को अपने खाते और एटीएम कार्ड से जुड़ी गोपनीय जानकारी न दें। किसी भी तरह का फोन, ई-मेल या अन्य माध्यम से जानकारी मांगे पर बैंक शाखा में संपर्क करें।
राजेश सिंघई
शाखा प्रबंधक सेंट्रल बैंक शाजापुर

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