बेचारे राहुल बाबा और ये नसीहतें

राकेश दुबे@प्रतिदिन। राहुल बाबा कोशिश कर रहे हैं कि राजनीति करने के अंदाज में कुछ फेरफार करें। पार्टी नेताओं ने राहुल गांधी को अलग-अलग सलाह भी दी है। कांग्रेस सांसदों ने राहुल को कहा है कि वह थोड़ा देसी दिखें और मीडिया के सामने हंस भी दिया करें।


नाम जाहिर न करने की शर्त पर कांग्रेस के एक सांसद का कहना है 'मैंने उन्हें सलाह दी है कि वह और देसी नजर आएं।' राहुल बाबा के इस कायाकल्प में सहयोग कर रहे नेताओं के समूह में इन दिनों पवन कुमार बंसल, चिरंजीवी और संजय निरूपम शामिल हैं। कांग्रेस नेताओं ने राहुल बाबा को सलाह देते हुए कहा है कि जाति आदि की बारीकियों को समझे बिना भारतीय राजनीति में बने रहने बेहद मुश्किल है। साथ ही यह भी समझना जरूरी है कि जातियों का राजनीतिक परिदृश्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।

अभिनेता से नेता बने चिरंजीवी ने राहुल बाबा को सलाह दी है कि वह थोड़ा मुस्कुराया करें। चिरंजीवी ने राहुल से कहा है, 'पॉलिटिक्स भी ऐक्टिंग की ही तरह है।' पार्टी नेताओं के साथ चर्चा में यह बात निकलकर आई कि कांग्रेस उपाध्यक्ष थोड़ा अहंकारी दिखते हैं। इस पर एक कांग्रेस नेता ने राहुल बाबा को सलाह दी है, 'मीडिया के साथ आप ज्यादा फ्रैंडली होकर बात क्यों नहीं करते।' एक अन्य नेता ने इसी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, 'आप उनके (मीडियापर्सन) कंधे पर हाथ रख सकते हैं।'

राहुल गांधी के बारे में कहा जाता है कि वह मीडिया और पार्टी कार्यकर्ताओं से दूरी बरतते हैं। खास बात यह है कि पार्टी नेताओं की इन सलाह को राहुल गांधी धैर्यपूर्वक सुन भी रहे थे। जब पार्टी नेताओं ने राहुल से पूछा कि वह पब्लिक मीटिंग में पार्टी नेताओं को स्टेज पर साथ लाने में परहेज क्यों करते हैं। 'मोदी के साथ स्टेज पर 40 नेता होते हैं।' एक कांग्रेस नेता ने राहुल गांधी को मोदी का उदाहरण देते हुए समझाया कि इससे पार्टी कैडर और नेताओं का मनोबल बढ़ता है।

लेखक श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
संपर्क  9425022703
rakeshdubeyrsa@gmail.com


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