भोपाल। महिनों से पुलिस की पकड़ से बाहर निलंबित सहायक पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार मिश्रा के खिलाफ लोकायुक्त ने भी मामला दर्ज कर लिया है। मिश्रा पर जयपुर में ज्योति शर्मा की शिकायत पर बलात्कार का केस दर्ज है।
लोकायुक्त ने ज्योति से उनके पति को सुरक्षा देने व मदद करने के ऐवज में साढ़े 17 लाख रुपए अवैध रूप से अपने खाते में जमा कराने पर मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि मिश्रा ने पद का दुरुपयोग कर ज्योति के पति शिवराज को उसके खिलाफ दर्ज प्रकरणों में मदद करने का झूठा आश्वासन दिया था।
लोकायुक्त के अधिकारियों ने बताया कि निलंबित एआईजी मिश्रा के खिलाफ ज्योति ने उनके पति के खिलाफ चल रहे प्रकरणों में मदद के ऐवज में लाखों रुपए की मांग की थी। मिश्रा उन्हें और परिजनों को धमकियां दे रहे हैं। मिश्रा ने लगातार दैहिक शोषण भी किया। शर्मा ने मिश्रा द्वारा फोन पर उससे की बातचीत का रिकार्डिंग की डीवीडी बनाकर शिकायत की थी। शिकायत की जांच में एसटीएफ भोपाल ने राशियों के संबंध में बैंकों से स्टेटमेंट लिए और ज्योति शर्मा के बयान लिए।
जांच में सामने आया कि भारतीय स्टेट बैंक न्यू सांगानेर रोड और हवा सड़क शाखा जयपुर से 13 सिंतबर 2012 को मिश्रा के खाते में 25-25 हजार रुपए की राशि, हवा सड़क सिविल लाइन शाखा में 14 जनवरी 2014 को पांच लाख, 18 फरवरी 2013 को दो लाख और फिर तीन लाख, इलाहबाद बैंक जयपुर से राजुल बिल्डर्स जबलपुर के खाते में 24 अप्रैल को पांच लाख तथा 27 अप्रैल 2012 को दो लाख रुपए अनिल कुमार मिश्रा और संध्या मिश्रा द्वारा मकान खरीदने के लिए जमा कराए गए।
तहकीकात में कॉल डिटेल्स से ये भी पता लगा कि अनुसंधान विभाग में पदस्थापना के दौरान कार्यालय के फोन से ज्योति शर्मा से कई बार बातचीत की। अधिकारियों का कहना है कि अवैध तराके से पैसा प्राप्त करने के मामले की प्रथम दृष्टया पुष्टि होने पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।