भोपाल। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज यहां कहा है कि देश में धर्मान्तरण विरोधी कानून की बजाय ‘धर्म की स्वतंत्रता कानून’ की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। दिग्विजय का यह बयान उस वक्त आया है, जब देश में हो रहे धर्मान्तरण पर राष्ट्रव्यापी राजनीतिक विवाद चल रहा है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं विश्व हिन्दू परिषद ने धर्मान्तरण विरोधी कानून का समर्थन किया है।
सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि वह बलपूर्वक किए गए धर्मान्तरण एवं प्रलोभन के जरिए किए गए धर्मान्तरण के विरुद्ध हैं और इन दोनों बातों को धर्म की स्वतंत्रता कानून में जोड़ा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि वह (मोदी) एक अच्छे प्रवक्ता होने के साथ-साथ बढिय़ा ‘इवैंट मैनेजर’ भी हैं लेकिन उनके (मोदी) भाषणों में विषयवस्तु का अभाव रहता है और जो वे कहते हैं, उसे करते नहीं हैं। मोदी के राजनीतिक भविष्य के बारे में उन्होंने कहा कि यह सब इस बात पर निर्भर रहेगा कि उनकी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिन्दू परिषद के साथ आगे कैसे पटती है।