इंदौर। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी ने दस और बीस साल साल से काम कर रहे 100 से ज्यादा कर्मचारियों को एरियर सहित बढ़ा हुआ वेतन देना शुरू कर रही है। इतना ही नहीं मूल्यांकन केंद्र के जिन 70 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को प्रबंधन मजदूर बता रहा था, उन्हें भी दोबारा कर्मचारी मानने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कागजी कार्रवाई की जा रही है। संभवत: 1 जनवरी से इन्हें भी प्रतिमाह डेढ़ हजार रुपए तक बढ़ा हुआ वेतन और डेढ़ साल का एरियर मिल जाएगा।
दरअसल इस मामले में पात्र मूल्यांकन केंद्र के 70 कर्मचारियों को स्थापना विभाग के एक बाबू ने यूनिवर्सिटी कर्मचारी मानने से ही इंकार कर फाइल रोक दी है। जबकि इन्हें भी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी के तौर पर रखा गया था लेकिन फिर मजदूर बता दिया। बुधवार शाम कुलसचिव आर.डी. मूसलगांवकर ने बैठक बुलाई और दोबारा प्रक्रिया शुरू की। तय किया गया कि सभी को पूरा पैसा दिया जाएगा।
शासन के आदेश को बना दिया था मजाक
शासन ने पिछले साल जून में ही आदेश जारी कर दिया था कि डीएवीवी में 10 साल से काम कर रहे कर्मचारियों को डेढ़ हजार व 20 साल के काम कर रहे कर्मचारियों को ढाई हजार रुपए प्रति माह बढ़ाकर दिए जाए। हालांकि आदेश स्पष्ट न होने की बात कहकर प्रबंधन ने उसे टाल दिया। पिछले माह शासन ने स्पष्ट गाइड लाइन के साथ फिर आदेश भेजा औैर एरियर सहित भुगतान का निर्देश दिया।