ग्वालियर। पूरे 12 साल बाद यदि कोई बेटा अपने पिता से मिले तो वो क्या करेगा, यदि कोई फिल्मी सीन हो तो भागकर अपने पिता के सीने से लग जाएगा, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। यहां 12 साल पहले बिछड़ा बेटा जब अपने पिता से मिला तो उसने अपने पिता के साथ इसलिए रहने से इंकार कर दिया, क्योंकि पिता गरीब है।
अपनी मां कुसमा उर्फ पुष्पा के साथ गायब हुये 2 मासूम बच्चे शिवकुमार अब 16 वर्ष गीता 14 वर्ष एक हादसे में मां की मौत के बाद बेसहारा हो गये थे, दिल्ली की एक एनजीओ ने इन्हें शिवपुरी पहुंचाया, यहां बाल कल्याण समिति ने बड़ी मुश्किल से पिता को तलाश किया, लेकिन जब बिछड़ों को मिलवाया गया तो बजाए हैप्पी एंडिंग के, कुछ और ही हो गया। बच्चों ने अपने पिता के साथ रहने से इंकार कर दिया।
जिनेन्द्र जैन अध्यक्ष सीडब्ल्यूसी ने बताया कि अब बच्चों के लिये हाॅस्टल ढूढ़ा जा रहा है। पिता और परिवार वालों को बच्चों से मिलने से खुशी हुई। दादी और पिता ने शिवकुमार को गले लगा लिया, घर की स्थिति देखकर शिवकुमार ने कहा कि यहां उसकी पढ़ाई नहीं हो सकती, उसने साथ रहने से इंकार कर दिया।