भोपाल। आम नागरिकों को भगवान और विधानसभा को मंदिर का दर्जा बताने वाले शिवराज सिंह चौहान इन दिनों आम नागरिकों से टैक्स वसूली में जुटे हुए हैं। हालात यह हो गए हैं कि मध्यप्रदेश आम नागरिकों से टैक्स वसूली के मामले में देश में नंबर 1 पर हो गया है। यहां आम नागरिकों पर सर्वाधिक टैक्स वसूले जा रहे हैं।
डीजल-पेट्रोल पर वैट वसूली के मामले में मध्यप्रदेश ने कई राज्यों को पीछे छोड़ दिया। वित्तीय वर्ष 2014-15 में अप्रैल से दिसंबर तक वसूले गए कुल राजस्व में डीजल-पेट्रोल से सर्वाधिक वैट सिर्फ मध्यप्रदेश में ही वसूला गया। शासन को भेजी गई 31 दिसंबर तक की रिपोर्ट से यह बात सामने आई है।
दूसरी ओर, वाणिज्यिक कर विभाग ने रोजाना 86.62 करोड़ रुपए की वसूली पर काम शुरू कर दिया है। बीते माह पेट्रोल-डीजल पर 4 फीसदी वैट वृद्धि की गई। इससे पेट्रोल में 31 प्रतिशत और डीजल में 27 प्रतिशत वैट लगने लगा था। वैट वृद्धि का विरोध कर ट्रांसपोर्ट कारोबारियों ने खपत घटने की बात कही थी। जबकि शासन द्वारा पेश रिपोर्ट में सामने आया था कि वैट वृद्धि के बाद भी पेट्रोल और डीजल की खपत में कोई कमी नहीं आई है। इसी के साथ वाणिज्यिक कर विभाग ने शासन को रिपोर्ट भेजकर बताया कि अप्रैल से 31 दिसंबर तक की गई 14914 करोड़ रुपए राजस्व वसूली में 33 प्रतिशत वैट सिर्फ डीजल-पेट्रोल पर लगाया गया है, जो अन्य कई राज्यों से ज्यादा है। गौरतलब है, अन्य राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश में डीजल और पेट्रोल पर वैट अधिक है।
86.62 करोड़ रोजाना वसूली पर काम शुरू
वाणिज्यिक कर विभाग को वित्तीय वर्ष 2014-15 में 22770.10 करोड़ रुपए राजस्व वसूलना है। दिसंबर तक 14914 करोड़ रुपए वसूले जा चुके हैं। शेष अवधि में 7796.10 करोड़ रुपए वसूलना है। लक्ष्य पूर्ति के लिए एक जनवरी से 31 मार्च तक (90 दिन) तक प्रतिदिन 86.62 करोड़ रुपए वसूली की योजना पर वाणिज्यिक कर अधिकारी काम कर रहे हैं।
डीजल-पेट्रोल पर वैट का प्रतिशत
मध्य प्रदेश 33
राजस्थान 32
छत्तीसगढ़ 31
असम 30
झारखंड 27
कर्नाटक 24
महाराष्ट्र 22
पंजाब 20
दिल्ली 16
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(आंकड़े वाणिज्यिक कर विभाग के मुताबिक)