जबलपुर। प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने दोपहर 3 बजे खुद फोन करके मुझसे कहा कि तुम्हारी टिकिट पक्की है, तैयारियां करो, शाम को पता चला कि वो तो कट गई। किसी नेता की नई बहू को दी जा रही है।
कांग्रेस पार्टी चंद लोगों की बपौती बनकर रह गई है। प्रदेश अध्यक्ष के पीए टिकट बांट रहे हैं। मेरी टिकट फाइनल होने के बाद बी फार्म में मेरे नाम के आगे सफेदा पोतकर कांग्रेस में नई बहू को टिकट दिया गया। कांग्रेस पार्टी पर यह आरोप पूर्व पार्षद रीता शेखर चौबे ने अपने दर्द को बयां करते हुए लगाया। रीता चौबे ने रविवार को कांग्रेस छोड़ दी। भाजपा संगठन मंत्री अरविंद मेनन ने रीता शेखर चौबे को दोपहर 1.10 बजे भाजपा की सदस्यता दिलवाई।
डमी बनकर रह गए हैं प्रदेश अध्यक्ष
रीता शेखर चौबे ने कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी कुछ लोगों की बपौती बनकर रह गई है। इसे शहर के कुछ नेता अपनी मर्जी से चलाना चाहते हैं यहां तक कि प्रदेश अध्यक्ष भी अब डमी बनकर रह गए हैं।
फोन पर दी थी टिकट पक्की होने की जानकारी
रीता शेखर ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने दोपहर 3 बजे उनसे फोन पर टिकट पक्की होने की जानकारी दी थी और तैयारी करने कहा। इसके बाद कुछ अन्य क्षत्रपों के दबाव में आकर बी फार्म पर मेरे नाम के आगे सफेदा लगाकर अमरीश मिश्रा की पत्नी को टिकट दे दिया।
नई बहू को दे दी टिकट
रीता शेखर ने कहा कि यह कांग्रेस अजब है। जो जीती हुई पार्षद है उसकी टिकट काटी जाती है और नई बहू को टिकट दी जाती है।
किसी नेता को परवाह नहीं
रीता शेखर ने कहा कि इतना सब होने के बाद भी शहर के किसी नेता ने फोन करके मुझसे बात नहीं की। इसका मतलब है कि कांग्रेस के नेता ही नहीं चाहते कि मैं कांग्रेस में रहूं।