भोपाल। BSNL ने दावा किया है कि वो शीघ्र ही उपभोक्ताओं को बिना एक्स्ट्रा चार्ज के 4G इंटरनेट स्पीड देने जा रही है जबकि मैनिट के प्रोफेसर का कहना है कि 3G को अपग्रेड किया जा सकता है लेकिन वो 4G नहीं होता। इसके लिए बड़ा बदलाव करना होगा।
ये रहा BSNL का दावा
डाउनलोड का समय आधे से कम हो जाएगा
3जी मोबाइल पर 1 जीबी डाटा 1200 सेकंड की बजाय 400-500 सेकंड में होगा डाउनलोड। यानी 6.6 मिनट लगेंगे।
2जी मोबाइल पर 1 जीबी डाटा 3600 सेकंड की बजाय 1200 सेकंड में होगा डाउनलोड। यानी 20 मिनट लगेंगे।
मौजूदा हैंड सेट बदले बिना हाई स्पीड इंटरनेट मिलेगा
उपभोक्ताओं अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा।
स्पीड बढ़ाने प्रोसेसिंग चार्ज या स्पेशल टैरिफ वाउचर भी नहीं लेना होगा।
क्या कहा BSNL ने
हम 3 जी और 2 जी मोबाइल पर इंटरनेट स्पीड बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इससे 3 जी नेटवर्क पर 4 जी जैसी स्पीड मिलेगी। 80 फीसदी काम पूरा हो गया है। शेष काम 10 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे कंपनी के करीब 5 लाख ग्राहकों को फायदा होगा।
डॉ. महेश शुक्ला, वरिष्ठ महाप्रबंधक
और ये निकली शिगूफे की हवा
कंपनी थ्री जी नेटवर्क अपग्रेड कर सकती हैं। इससे स्पीड बढ़ जाती है। लेकिन 4 जी की फ्रिक्वेंसी प्राप्त नहीं की जा सकती। इसके लिए 4जी नेटवर्क और टॉवर की भी जरूरत पड़ती है।
डॉ. आदित्य गोयल, प्रोफेसर, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, मैनिट
ये रहा BSNL का दावा
डाउनलोड का समय आधे से कम हो जाएगा
3जी मोबाइल पर 1 जीबी डाटा 1200 सेकंड की बजाय 400-500 सेकंड में होगा डाउनलोड। यानी 6.6 मिनट लगेंगे।
2जी मोबाइल पर 1 जीबी डाटा 3600 सेकंड की बजाय 1200 सेकंड में होगा डाउनलोड। यानी 20 मिनट लगेंगे।
मौजूदा हैंड सेट बदले बिना हाई स्पीड इंटरनेट मिलेगा
उपभोक्ताओं अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा।
स्पीड बढ़ाने प्रोसेसिंग चार्ज या स्पेशल टैरिफ वाउचर भी नहीं लेना होगा।
क्या कहा BSNL ने
हम 3 जी और 2 जी मोबाइल पर इंटरनेट स्पीड बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इससे 3 जी नेटवर्क पर 4 जी जैसी स्पीड मिलेगी। 80 फीसदी काम पूरा हो गया है। शेष काम 10 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे कंपनी के करीब 5 लाख ग्राहकों को फायदा होगा।
डॉ. महेश शुक्ला, वरिष्ठ महाप्रबंधक
और ये निकली शिगूफे की हवा
कंपनी थ्री जी नेटवर्क अपग्रेड कर सकती हैं। इससे स्पीड बढ़ जाती है। लेकिन 4 जी की फ्रिक्वेंसी प्राप्त नहीं की जा सकती। इसके लिए 4जी नेटवर्क और टॉवर की भी जरूरत पड़ती है।
डॉ. आदित्य गोयल, प्रोफेसर, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, मैनिट