भोपाल। प्रसव से पूर्व पलंग टूट जाने के कारण हुई एक महिला की मौत के बाद शुरू हुए मीडिया ट्रायल ने सुल्तानिया अस्पताल की पोल खोलकर रख दी और अंतत: प्रेशर में आई शिवराज सरकार ने सुल्तानिया अस्पताल की अधीक्षक सहित 5 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया।
राज्य सरकार ने सुल्तानिया जनाना अस्पताल, भोपाल की अधीक्षक और स्त्री रोग चिकित्सक डॉ. सुधा मैहर चौरसिया को गंभीर लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया है। साथ ही एक अन्य चिकित्सक, एक मेट्रेन, एक स्टाफ नर्स और एक इंजार्च नर्स को भी लापरवाही का दोषी मानते हुए निलंबित करने की कार्यवाही की जा रही है। गत 11 जनवरी को अस्पताल में एक महिला की असामयिक मृत्यु के संबंध में करवाई गयी जाँच के प्रारंभिक प्रतिवेदन के आधार पर यह कार्यवाही की गयी है।
यहां बताना जरूरी है कि मीडिया ने जिस अव्यवस्था का खुलासा किया था, उस दिशा में अभी तक कोई काम नहीं हुआ है। अभी भी सुल्तानिया अस्पताल में टूटे और जंग लगे पलंगों पर प्रसूताओं का इलाज किया जा रहा है, जहां एक खंरोच मात्र लगने पर टिटनेस की गारंटी दी जा सकती है।