जम्मू। पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ व सांबा जिलों में बीती रात 60 गांवों और सैकड़ों सीमा चौकियों पर गोले बरसाए। मोर्टार से दागे गए बम भारतीय सीमा क्षेत्र में काफी अंदर तक गिरे। सीमा सुरक्षा बल ने भी पाक सेना को करारा जवाब दिया।
नए साल की पूर्व संध्या से शुरू हुए संघर्ष विराम के ताजा उल्लंघन से सीमावर्ती गांवों से अब तक 10 हजार से ज्यादा लोग अपने गांवों से पलायन कर चुके हैं। 1 जनवरी के बाद से अब तक चार जवान व एक महिला मारी गई है, जबकि भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में पांच पाक रेंजर मारे गए हैं।
कठुआ में 50 गांवों पर निशाना
कठुआ के पुलिस उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि सोमवार रात 11 बजे पाक सेना ने कठुआ में 50 गांवों और कई सीमा चौकियों को निशाना बनाया। तड़के 4 बजे भी भारी गोलाबारी की गई। गोलाबारी इतनी शक्तिशाली थी कि पाक गोले भारतीय सीमा क्षेत्र में 4 किलोमीटर अंदर तक गिरे।
यहां गिरे गोले
82 एमएम के मोर्टार से दागे गए गोले हीरानगर क्षेत्र में शेरपुर, चकरा, लछीपुर और लौंडी क्षेत्रों में भारत के अंदरूनी क्षेत्रों में गिरे। पाक गोलाबारी का बीएसएफ ने भी करारा जवाब दिया। दोनों ओर से सुबह 7 बजे तक फायरिंग जारी रही।
सांबा के 12 गांवों पर हमला
उधर सांबा क्षेत्र में भी 12 गांवों को पाक सेना ने निशाना बनाया। सांबा के एसएसपी अनिल मागोत्रा ने बताया कि कई सीमा चौकियों पर भी गोले दागे गए। पाक गोलाबारी के कारण सांबा व कठुआ के 10 हजार से ज्यादा ग्रामीण पलायन को मजबूर हुए हैं। सरकार द्वारा दोनों जिलों में बनाए गए राहत शिविरों में इन लोगों ने शरण ले रखी है।
घुसपैठ कराने के लिए फायरिंग
पाकिस्तान आमतौर पर ठंड के दिनों में सीमा पर फायरिंग कर भारतीय सुरक्षा बलों का ध्यान बंटाकर अन्य क्षेत्रों से आतंकियों की घुसपैठ कराता है। सीमा पार 50 से 100 आतंकी मौजूद हैं। पाक सेना उन्हें भारत में आतंकी हमले के लिए भेजना चाहती है, इसलिए वह कवर फायर के रूप में सीमा पर गोलीबारी कर रही है।