उपदेश अवस्थी/भोपाल। विदिशा में शिवराज सिंह चौहान की गाड़ी पेड़ से जा टकराई, शिवराज उसी में सवार थे। इस एक्सीडेंट में उनके पैर में 8 फ्रैक्टर हुए। डॉक्टरों ने कहा कि अब वो अपने पैरों पर शायद ही चल पाए।
यह मामला है 1998 का, जब शिवराज सिंह चौहान विदिशा के सांसद हुआ करते थे। एक ही पैर में 8 फ्रैक्चर गंभीरतम मामला होता है। डॉक्टरों ने बड़ी मुश्किल से नट बोल्ट डालकर शिवराज सिंह चौहान को अपने पैरों पर खड़ा तो कर दिया लेकिन उनके पैरों में अब इतनी शक्ति नहीं बची थी कि वो अपने पैरों पर चल पाते। इस हादसे के बाद तो शिवराज सिंह के तमाम परिजन जैसे निराश ही हो गए थे। शिवराज सिंह भी कई सालों तक लकड़ी के सहारे चलते थे। ठीक से झुक भी नहीं पाते थे।
लेकिन अब वो 24 में से 18 घंटे काम करते हैं। अपनी इस तंदुरुस्ती का राज आज सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बैरागढ़ के सरकारी बालक हायर सेकंडरी स्कूल में सूर्यनमस्कार के दौरान बताया। उन्होंने बताया कि यह सब प्राणायाम, व्यायाम और सूर्य नमस्कार के कारण संभव हुअा है। मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को योगा के कई महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।