भोपाल। हालांकि AIIMS Bhopal की स्थापना में यूपीए सरकार का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसका फायदा कांग्रेस उठा सकती थी परंतु कांग्रेस नहीं चाहती कि AIIMS Bhopal का उद्घाटन नगर निगम चुनाव की वोटिंग से पहले हो। कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर AIIMS Bhopal का शुभारंभ समारोह स्थगित करने की मांग की है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मांग की है कि भोपाल में नगर पालिक निगम के आम चुनाव की प्रक्रिया चल रही है तथा आचार संहिता प्रभावशील है। ऐसे में किसी भी प्रकार के शासकीय कार्यक्रम आयोजित किया जाना प्रतिबंधित होता है, लेकिन आज समाचार पत्रों मे प्रमुखता से प्रकाशित हुआ है कि 20 जनवरी को केंद्रीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज भोपाल स्थित एम्स अस्पताल का उद्घाटन करेंगी। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदि भी शामिल रहेंगे।
श्री धनोपिया ने कहा कि आचार संहिता प्रभावशील रहने के दौरान एम्स अस्पताल के शुभारंभ करने का कार्य भाजपा नेताओं द्वारा किये जाने पर आम जनता में भ्रांति उत्पन्न होगी कि भाजपा द्वारा एम्स अस्पताल स्थापित कराया गया है, जबकि वास्तविकता यह है कि उक्त एम्स अस्पताल का निर्माण केंद्र में सत्तारूढ़ रही यूपीए सरकार द्वारा स्थापित कराया गया है। ऐसे में नगर निकाय के चुनाव मतदान पर विपरीत प्रभाव पड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है, क्योंकि वास्तविकता यह है कि एम्स अस्पताल वर्तमान में रोगियों को पूर्व से ही इलाज उपलब्ध करने का कार्य कर रहा है।
हालांकि कांग्रेस शुभारंभ समारोह में भाजपा नेताओं की शिरकत को प्रतिबंधित करने की मांग भी कर सकती थी परंतु उसने शुभारंभ समारोह को ही स्थगित करने की मांग कर डाली। पता नहीं क्यों, शायद इसे ही अंतर्कलह कहते हैं।