ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में एक महिला अपने बेटे के खोने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी, जिसके चलते उसने तेजाब पीकर अपनी जान दे दी।
जानकारी के अनुसार आनंदनगर में रहने वाला डॉ.रामेंद्र भदौरिया अपनी सहकर्मी डॉक्टर से शादी करना चाहते थे लेकिन उनकी प्रेमिका सजातीय नहीं थी, दूसरी तरफ रामेंद्र के पिता ने उसके शादी करने पर उसे घर से निकाल देने की चेतावनी दी थी। रामेंद्र न तो प्रेमिका के अलावा किसी से शादी करना चाहता था, और न ही मुश्किलें सहकर उसे डॉक्टर बनाने वाले माता-पिता से अलग होने की कल्पना कर सकता था। इसी से परेशान होकर उसने खुदकुशी कर ली।
महिला के बेटे ने सहकर्मी से प्रेम विवाह न कर पाने पर खुदकुशी कर ली थी। जिसे वह बर्दाश्त न कर सकी। बताया जा रहा है कि महिला ने काफी मुश्किलें उठा कर बेटे को डॉक्टर बनाया था। बेटे को डॉक्टर बने दो साल भी पूरे नहीं हुए थे। मां की आंखों ने बेटे को दूल्हा बना देखने के सपने भी संजो लिए थे।
बेटे को खोने के बाद से ही कुसुमा सदमे में थीं। आखिरकार मां इकलौते बेटे के बिछोह का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी। गौरतलब है कि बिड़ला अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर डॉ. रामेंद्र ने 8 जनवरी को फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली थी।